यूपी 80 न्यूज़, सीतापुर
जिले में 13 और 20 मई को मतदान होगा। इसके लिए मतदान कार्मिकों की तैनाती की गई है। पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी प्रथम चरण के तहत प्रशिक्षण देने की शुरुआत सोमवार से की गई। पहले दिन 2,400 पीठासीन अफसरों को प्रशिक्षण दो पालियों में दिया जाना था। इस दौरान 55 पीठासीन अनुपस्थित रहे। यदि ये 20 अप्रैल को प्रशिक्षण लेने के लिए उपस्थित नहीं होंगे तो इनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मास्टर ट्रेनरों की ओर से सभी को पोलिंग पार्टी रवाना होने से लेकर मतदान कराने और ईवीएम स्ट्रांग रूम में जमा करने तक की कार्रवाई का बारीकी से प्रशिक्षण दिया गया। कार्मिकों की ओर से उठाए गए प्रश्नों का समाधान भी किया गया।
लोकसभा चुनाव सकुशल कराने के लिए मतदान कार्मिकोंं का प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पहले दिन सोमवार को 2,400 पीठासीन अफसरों को जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल खैराबाद में सुबह 10 से दोपहर एक बजे और शाम दो से पांच बजे तक प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया। इन्हें संबंधित मास्टर ट्रेनरों संग अन्य जिम्मेदारों ने चुनाव कराने की ट्रेनिंग दी। मंगलवार को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। डीडीओ, सहायक प्रभारी अधिकारी (मतदान कार्मिक) हरिश्चन्द्र प्रजापति ने बताया कि प्रशिक्षण में 2,400 पीठासीन अधिकारियों के सापेक्ष 55 अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित पीठासीन अधिकारियों के कार्यालयाध्यक्षों से कहा गया है कि इन कार्मिकों को 20 अप्रैल को प्रथम पाली में प्रशिक्षण के लिए उपस्थित होने के लिए निर्देशित कर दें। यदि इनके द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया जाता है तो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की सुसंगत धाराओं के तहत संबंधित कार्मिक के विरुद्ध कार्रवाई कर दी जाएगी।
मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत हुए कार्मिक:
स्वास्थ्य कारणों से चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थ कार्मिकों का परीक्षण मेडिकल बोर्ड ने किया। मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल के पर्यवेक्षण में मेडिकल बोर्ड ने जांच की। इसमें दिव्यांग, गर्भवती महिलाएं व अन्य बीमारियों और समस्याओं से ग्रसित कार्मिकों के प्रार्थना पत्र पर विचार विमर्श कर निर्वाचन ड्यूटी से मुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
दिए चुनाव कराने के टिप्स:
पीठासीन अफसरों के प्रशिक्षण के दरमियान डीएम अनुज सिंह और एसपी चक्रेश मिश्र ने आकस्मिक निरीक्षण किया। प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं को देखा। इनके साथ प्रशिक्षु आईएएस नितिन सिंह भी मौजूद रहे। पीठासीन अफसरों को डीएम और एसपी ने शांतिपूर्ण सकुशल चुनाव कराने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।