यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में 10 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से सक्रिय होना होगा। लोकसभा और राज्यसभा सांसद के साथ ही विधायक एमएलसी, जिला पंचायत अध्यक्ष, महापौर, ब्लॉक प्रमुख, चेयरमैन और पार्षद सभी लोग आज से ही 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर सुपर एक्टिव होना होगा और अफवाहों का तत्काल खंडन करना होगा। मुख्यमंत्री योगी डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के डॉ भीमराव अंबेडकर सभागार में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने यूपी में 2014, 2017, 2019 और 2022 में बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए विपक्ष पर लगातार दबाव बनाए रखा था। 2014 और उसके बाद के चुनावों में जितना मत प्रतिशत भाजपा के पक्ष में था, 2024 में भी भाजपा उतना वोट पाने में सफल रही है, लेकिन वोटों की शिफ्टिंग और अति आत्मविश्वास ने हमारी अपेक्षाओं को चोट पहुंचाई है। जो विपक्ष पहले हार मान के बैठ गया था, वो आज फिर से उछल-कूद मचा रहा है। ’किसी भी स्थिति में बैकफुट पर आने की आवश्यकता नहीं’ है। 2022 में विपक्ष चुनाव के बाद मारपीट पर उतारू हो गया था। तब हमारे सभी कार्यकर्ताओं को लगा कि वास्तव में हमारी सरकार का माफिया मुक्त यूपी का विहान इन्हीं गुंडों के लिए है। आज आपके सहयोग से हमें यूपी को माफिया मुक्त करने में सफलता मिली है। इसके अलावा अयोध्या में श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हुए तो 500 वर्षों का इंतजार समाप्त हुआ है। भाजपा कार्यकर्ताओं को किसी भी स्थिति में बैकफुट पर आने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपने कार्य किया है। जब आप विपक्ष में थे तब जनता के मुद्दों को लेकर लड़ते थे, जब सरकार में हैं तो यूपी में सुरक्षा का वातावरण देखने को मिल रहा है। कभी मोहर्रम में सड़कें सूनी हो जाती थीं। आज मोहर्रम हो रहा है ये पता भी नहीं चलता। ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे। आज कहा जाता है कि गरीब की झोपड़ी नहीं तोड़ेंगे, तार नहीं तोड़ेंगे। हमारा स्पष्ट तौर पर निर्देश है कि पर्व और त्योहार मनाना है तो नियमों के अंतर्गत मनाओ, वरना घर में बैठ जाओ।सीएम योगी ने कहा कि हम जाति, मत, मजहब के नाम पर भेदभाव नहीं करते। 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन किसी की जाति, धर्म देखकर नहीं मिल रहा। कोरोना काल में भी भूख से मौत और आत्महत्या नहीं होने दिया गया। उस कालखंड में भी हमारे कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किये बगैर लगातार कार्य करते रहे।
उन्होंने डॉ लोहिया को याद करते हुए कहा कि लोहिया जी ने कहा था कि जब तक भारत में राम, कृष्ण और शिव की पूजा होगी भारत को कोई समाप्त नहीं कर सकता। मगर इन समाजवादियों ने राम, कृष्ण और शिव की परंपरा को लहुलुहान किया था।
उन्होंने कहा कि कन्नौज के मेडिकल कॉलेज का नाम डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम पर था। सपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने उसका नाम बदल दिया। हमारी सरकार आने के बाद हमने फिर से बाबा साहब के नाम पर विश्वविद्यालय का नामकरण किया। समाजवादी पार्टी हमेशा से दलित चिंतकों और महापुरुषों का अपमान करती रही है। इन लोगों ने अनुसूचित जाति के आरक्षण में सेंध लगाने का कार्य किया। एससी के स्कॉलरशिप को रोकने का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहब के पंचतीर्थ बनाए। संविधान को सिर माथे रखकर नई संसद में स्थापित किया। भाजपा संविधान को सर्वोच्च सम्मान देने वाली पार्टी है। मगर अफवाह और भ्रम फैलाकर माहौल खराब करने का प्रयास किया गया। दुनिया जानती है कि हमारा समाज बिखरा होगा तो आसानी से शिकार हो जाएगा, मगर एकजुट होगा तो बड़ी -बड़ी ताकतें भी इसके सामने धराशाई हो जाएंगी। जाति के नाम पर विभाजित और शक्ति को छिन्न-भिन्न करने का जो पाप इस चुनाव में हुआ है, हमें इससे सतर्क और सावधान होना होगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना होगा।
हमें अफवाहों का तत्काल खंडन करना होगा। अनुसूचित जाति के महापुरुषों के बारे में भाजपा के विचारों को सबके सामने लाना होगा। 2019 में हमने इसी प्रदेश में सबसे बड़े गठबंधन को धराशाई किया था। ’एक- एक व्यक्ति को जुटना होगा’ हमने नगर निकाय चुनाव में सभी 17 मेयर सीटें जीतीं, सर्वाधिक नगर निकायों की सीट हम जीते। सर्वाधिक चेयरमैन और पार्षद हमारे हैं। आजमगढ़ और रामपुर के उपचुनाव में हमने जीत दर्ज की।10 विधानसभाओं के उपचुनाव में भी भाजपा का परचम लहराएगा। इसके लिए हमें अभी से जुट जाना है। यही हमारा संकल्प आज से होना चाहिए।