केके वर्मा, लखनऊ
नेपाल की सीमा पर उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में आने वाले वर्षों में तेज ट्रेन दौड़ेंगी। इस बाबत खलीलाबाद और बहराइच के बीच रेल लाइन बिछाई जायेगी। खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन परियोजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच जैसे पांच जिलों को जोड़ना है।
खलीलाबाद-बहराइच रेलवे परियोजना 241.6 किलोमीटर लंबी है, जिसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। इससे इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इन क्षेत्रों का समग्र विकास होगा।
तीन चरणों में बिछेगी रेलवे लाइन:
नई रेल लाइन का निर्माण कार्य तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक 54.40 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। इस चरण को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिए 237 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, जिसमें से 203 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है और निर्माण कार्य भी चल रहा है। शेष 34 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण अंतिम चरण में किया जाएगा। दूसरे चरण में बांसी से श्रावस्ती तक 115 किलोमीटर रेल लाइन के निर्माण के लिए 569 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया वर्तमान में जारी है। तीसरे चरण में श्रावस्ती से बहराइच तक 72.20 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। 342 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है, जो जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इस नई रेल लाइन के दौरान 32 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें चार जंक्शन, 16 क्रासिंग और 12 हाल्ट स्टेशन शामिल होंगे। इन स्टेशनों के माध्यम से यात्रियों को आसानी से यात्रा करने का अवसर मिलेगा। इस रेल लाइन पर 34 बड़े पुल और 86 छोटे पुल बनाए जाऐंगे। नौ ओवर ब्रिज और 132 अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे यातायात को और सुगम बनाया जाएगा। नई रेल लाइन को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चलाने के लिए तैयार किया जा रहा है।
दौड़ेंगी तेज रफ्तार ट्रेन:
आनंदनगर-महराजगंज-घुघली, सहजनवां-दोहरीघाट और खलीलाबाद-बहराइच जैसी रेल लाइनों पर विद्युतीकरण किया जाएगा। इसका उद्देश्य भविष्य में इन रेल लाइनों पर वंदे भारत जैसी तेज रफ्तार ट्रेनें भी चलाना है। वर्तमान में पूर्वोत्तर रेलवे के अन्य प्रमुख मार्गों पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन इस नई रेल लाइन को उच्च गति के लिए तैयार किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को केंद्र सरकार की कैबिनेट से अक्टूबर 2018 में मंजूरी मिली थी। इसके निर्माण के लिए 4940 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था। तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 2 मार्च 2019 को खलीलाबाद में इस नई रेल लाइन का शिलान्यास किया था। खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन परिवहन को सुगम बनाएगी और इन क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन उत्तर प्रदेश के इन पांच जिलों के लिए न केवल एक यातायात सुविधा का साधन बनेगी, बल्कि यह इन क्षेत्रों के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और उम्मीद है कि यह परियोजना समय पर पूरी होगी।
