यूपी80 न्यूज़, आजमगढ़
आजमगढ़ जनपद के तरवां थाने में दलित युवक सनी की संदिग्ध मौत का मामला संसद में उठेगा। इस घटना को लेकर स्थानीय समुदाय में आक्रोश है। इस मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के लोकसभा सांसद धर्मेंद्र यादव ने नाराजगी जताते हुए इसे “सुनियोजित हत्या” करार दिया।
सांसद धर्मेंद्र यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि सनी को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या मेडिकल कॉलेज ले जाने की बजाय सीधे मोर्चरी में पहुंचा दिया गया, जो पुलिस की मंशा पर सवाल उठाता है। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस ने जनता के गुस्से को शांत करने के लिए कुछ पुलिसकर्मियों पर दिखावटी एफआईआर दर्ज की, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। उन्होंने इस मामले को संसद में जोर-शोर से उठाने का वादा किया।
साथ ही, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से सनी के परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक प्रदान किया गया।
सांसद ने कहा कि भाजपा केवल दिखावटी इवेंट करती है, लेकिन सच्चाई और इमानदारी से काम नहीं करती। उन्होंने जनता से अपील की कि भाजपा के पिछले पांच चुनावों (2014, 2017, 2019, 2022, 2024) के संकल्प पत्रों और उनके काम का आकलन करें। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर भी उन्होंने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि वक्फ की जमीनें दान के उद्देश्य के लिए हैं और सरकार को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। सपा ने इस बिल के खिलाफ सड़क से संसद तक और सर्वोच्च न्यायालय तक अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने भरोसा जताया कि यह “संविधान विरोधी बिल” न्यायालय में टिक नहीं पाएगा।
