यूपी 80 न्यूज़, मीरजापुर
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के विशेष प्रयास से पिछले 10 दिनों में मीरजापुरवासियों को तीन बड़ी सौगात मिली है। जनपदवासियों को 1702 करोड़ की नई सौगात मिली है। मीरजापुर में गंगा नदी पर विंध्य धाम के पास एक नए 6 लेन के उच्च क्षमता वाले पुल के साथ-साथ मीरजापुर बाईपास मार्ग के निर्माण के प्रस्तावित परियोजना की स्वीकृति मिल गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 29 फरवरी को इस मेगा परियोजना का शिलान्यास करेंगे। इससे पहले मीरजापुरवासियों को चुनार में राजकीय महिला कॉलेज एवं रामपुर घाट पर गंगा नदी पर पुल के निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है।
इस परियोजना की स्वीकृति पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताया है।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस मेगा परियोजना की वित्तीय स्वीकृति हेतु 21 फरवरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस बाबत 20 जनवरी 2024 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और 24 सितंबर 2023 को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन को पत्र लिखकर गंगा नदी पर विंध्य धाम के आसपास एक नए 6 लेन के उच्च क्षमता वाले पुल के साथ-साथ मीरजापुर बाईपास मार्ग के निर्माण हेतु पत्र भेजकर अनुरोध किया था।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पत्र के माध्यम से कहा था कि मीरजापुर जिले में गंगा नदी पर दुद्धी-लुम्बनी मार्ग पर लगभग पांच दशक पहले बने दो लेन के सामान्य क्षमता के पुल के विगत एक दशक से बार-बार खराब हो जाने के कारण भारी यातायात के सैकड़ों किमी अनावश्यक दूरी घूमकर आने-जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। यह पुल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड प्रदेश एवं तमिलनाडु / कर्नाटक / महाराष्ट्र / मध्यप्रदेश से वाराणसी-कन्याकुमारी (राष्ट्रीय राजमार्ग 7) का प्रयोग कर आने वाले भारी यातायात को राजधानी लखनऊ और पूर्वांचल तथा दिल्ली-कोलकत्ता राष्ट्रीय राजमार्ग 2 के माध्यम से अपने-अपने गंतव्य मार्ग को आने-जाने हेतु लाइफ लाइन सड़क पर स्थित एवं एकमात्र पुल है जो विगत एक दशक से क्षतिग्रस्त है, जिसके कारण जिला प्रशासन को किसी बड़े हादसे से बचाने हेतु पुल पर भारी यातायात के आवागमन को बार-बार रोककर मरम्मत कराना पड़ता है, जिसके कारण हैरान परेशान जनमानस का जहां सरकार को कोपभाजन होना पड़ रहा है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा कि इस पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण अन्य राज्यों से आने वाले तथा राजधानी लखनऊ सहित मध्य उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की ओर जाने वाले निर्माण सामग्री से भरे हुए हजारों ट्रकों को प्रतिदिन सैकड़ों किमी घूमकर जाना पड़ता है, जिससे ईंधन खर्च के रूप में अनावश्यक हानि होती है। साथ ही, वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण विस्तार एवं मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर के निर्माण शुरू होने से जनपद में दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई है, लेकिन क्षतिग्रस्त एवं आवागमन के एकमात्र साधन उपरोक्त संदर्भित पुल पर संपूर्ण देश से आने वाले दर्शनार्थियों का अलग से अतिरिक्त भार बढ़ गया है। अत: इस गंभीर समस्या के निदान हेतु क्षतिग्रस्त पुल के विकल्प के रूप में गंगा नदी पर विंध्य धाम के आसपास एक नए 6 लेन के उच्च क्षमता वाले पुल के साथ-साथ मीरजापुर बाईपास मार्ग के निर्माण के इस प्रस्तावित कार्य को स्वीकृति प्रदान करने का कष्ट करें।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मीरजापुर बाईपास के निर्माण संरेखण की अनुशंसा हेतु केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय श्री नितिन गडकरी जी को 3 फरवरी 2023 को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने पत्र में उल्लेख किया था कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों एवं डीपीआर कंसल्टेंट द्वारा मीरजापुर बाईपास में संरेखण निर्धारण हेतु सहमति बनी है, जिसमें लगभग 15 किमी (बाएं हाथ की ओर) जो पुरातन स्थान काली खोह मंदिर, अष्टभुजी माता मंदिर के समीप से होकर जाता है। श्रीमती पटेल ने इस पत्र के माध्यम से बाईपास के निर्माण संरेखण की अनुशंषा हेतु अनुरोध किया था।
रामपुर घाट पर भी बनेगा पुल:
मीरजापुर में रामपुर घाट पर गंगा नदी पर 339.7 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले पुल की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। इस पुल के निर्माण से भदोही और मीरजापुर के बीच आवागमन तेज हो जायेगी एवं कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।