बिहार में सत्ता परिवर्तन के 20 दिन बाद भी नीतीश कुमार का सीधे नाम लेने से बच रहे हैं अखिलेश यादव
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव Uttar Pradesh Assembly election में भाजपा BJP के इशारे पर फाइनल वोटर लिस्ट Voter List में रणनीति के तहत मतदाताओं के नाम काटे गए। खासकर यादव Yadav और मुस्लिम Muslim मतदाताओं के वोट काटे गए। चुनाव आयोग Election Commission की जिम्मेदारी है कि जो वोट बन गया है वह फाइनल वोटर लिस्ट में ना कटे। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव के किसी भी बूथ को उठा लीजिए, रैन्डेम्बली चेक कर लीजिए। काफी मतदाता या तो वोट नहीं डाल पाया या सूची में उसका नाम नहीं था। चुनाव आयोग बताएं कि उत्तर प्रदेश में कितने लोग वोट नहीं डाल पाए।
सपा अध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी है। समाजवादी पार्टी जनता के बीच जाएगी और जनता को बताएगी कि जो दूसरे राजनीतिक दल हैं वह सिर्फ वोट काटने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि जनता सब देख रही है वह जानती है कि कौन दल भाजपा से मिले हुए हैं और कौन भाजपा से लड़ रहे हैं।
नीतीश कुमार का नाम लेने से बच रहे हैं अखिलेश:
वैसे तो विपक्षी एकता के लिए अखिलेश यादव विपक्ष के अधिकांश नेताओं का नाम ले रहे हैं, लेकिन बिहार में सत्ता परिवर्तन के 20 दिन बाद भी अखिलेश यादव सीधे तौर पर नीतीश कुमार का नाम लेने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के लिए वैसे तो राष्ट्रीय स्तर पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और पश्चिम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार प्रयास कर रही है। इधर, बिहार में समीकरण बदला है और वहां के नेता भी प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भाजपा शासन में देश में महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है।