यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर गरुवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया। इस दौरान अभ्यर्थियों ने जोरदार नारेबाजी भी की। मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक न्याय और नियुक्ति नहीं मिल जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई, जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका।
हमारी मांग है की सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करे।
चूंकि केशव प्रसाद मौर्य पिछड़े समाज से आते हैं और अक्सर दावा करते हैं कि मोदी- योगी की सरकार में पिछड़ों को उचित प्रतिनिधित्व और उनका हक मिल रहा है, इसलिए आरक्षित वर्ग के ये अभ्यर्थी न्याय की मांग को लेकर योगी सरकार के सभी पिछड़े समाज के मंत्रियों के आवास का घेराव और प्रदर्शन कर रहे हैं।