बार एसोसिएशन एवं स्थानीय जनता ने जुलूस निकाल कर जतायी नाराजगी
यूपी80 न्यूज, सोनभद्र
ओबरा में स्थायी तहसील भवन की मांग को लेकर बार एसोसिएशन का लगातार आंदोलन जारी है। आज आंदोलन के 12वें दिन बार एसोसिएशन व ओबरा की जनता ने बड़े पैमाने पर इकठ्ठा होकर जुलूस निकाल कर सुभाष चौराहे पर सभा कर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान लोगों ने अधिकारियों को चेतावनी दी।
ओबरा तहसील परिसर में ओबरा बार एसोसिएशन के नेतृत्व में आयोजित क्रमिक अनशन का आज 12वां दिन है। क्रमिक अनशन पर बैठे लोगों का सब्र जबाब देने के बाद आज ओबरावासियों व बार एसोसिएशन ने बड़े जुलूस के साथ शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सुभाष चौराहे पर सभा कर जिले के अधिकारियों को चेतावनी दी कि ओबरा तहसील भवन का निर्माण ओबरा विधानसभा क्षेत्र में होना चाहिए। अगर ओबरा तहसील दूसरे विधानसभा क्षेत्र राबर्ट्सगंज में बनाया जाएगा, तो शहर के लोग बड़ा आंदोलन करते हुए लखनऊ तक मार्च करेंगे। वक्ताओं ने कहा कि ओबरा तहसील को ओबरा में ही रहना चाहिए यहाँ सभी सुविधाएं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही ओबरा तहसील को ओबरा में बनाया था। कुछ भृष्ट अधिकारी व नेता इसे राबर्ट्सगंज विधानसभा क्षेत्र के डाला स्थित लक्ष्मणनगर में बनवाने का प्रयास कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है। सबसे बड़ा नुकसान करोड़ों के राजस्व का प्रदेश सरकार को लगेगा, जिस बिल्डिंग में ये तहसील चल रही है वो उत्तर प्रदेश उत्पादन निगम का है और ये बिल्डिंग जर्जर हालत में थी उस पर करोड़ों रूपये खर्च कर अस्थायी तहसील बना दिया गया।
आंदोलनकारियों की दलील है कि 103 गांव के मध्य स्थित इस तहसील को दूसरे जगह शिप्ट करने से आदिवासी समुदाय के गरीबों को किराया भाड़ा में अत्यधिक धनराशि खर्च करनी पड़ेगी। उन्होंने स्थानीय विधायक के प्रति भी नाराजगी जतायी है। हमारा आंदोलन लगातार जारी रहेगा और इसको व्यापक रूप दिया जाएगा। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रमेश सिंह यादव व आनन्द पटेल दयालु ने बताया कि ओबरा थर्मल पावर बोर्ड अपनी ज़मीन नहीं देता तो ओबरा विधानसभा के अंतर्गत ही आने वाले क्षेत्र में ही ओबरा तहसील स्थाई भवन का निर्माण किया जाये। लक्षण नगर डाला में तहसील की जगह के लिये जो आदेश पारित हुआ वो किसी भी तरह से सही प्रतीत नहीं होता। उन्होंने कहा कि लक्षण नगर डाला रॉबर्ट्सगंज तहसील में आता है और डाला में प्रदूषण की मात्रा काफी ज्यादा है। प्रदूषण के चलते स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा और ब्लास्टिंग ज़ोन होने की वजह से जान-माल दोनों की भी हानि हो सकती है। स्टोन क्रेशर संचालित होने की वजह से ध्वनि प्रदूषण भी ज्यादा होता है। ओबरा विधायक व मंत्री संजीव गौड़ के उदासीनता के कारण आज हम सबको प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
