केके वर्मा, लखनऊ
लोकसभा चुनाव करीब आने के साथ ही बीजेपी ज्वाइन करने की होड़ लग गई है। बीजेपी अपनी ताकत बढ़ाने के लिए दूसरे दलों के नेताओं को पाले में ले रही है। भाजपा के सूबाई दफ्तर में बुधवार को सपा, बसपा और कांग्रेस के पूर्व विधायक और नगर पंचायत अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व मंत्री और सपा के नेता रहे संजय गर्ग, बलिया के बैरिया से भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह सहित कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इन नेताओं को सदस्यता दिलाई है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक संजय गर्ग सहारनपुर से 2017 में विधायक बने थे। सपा के व्यापार सभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। 2022 में इन्हें विधानसभा चुनाव में मात मिली थी। सहारनपुर में इनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जा रही है।
पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह 2017 में भाजपा के टिकट पर बैरिया से विधायक चुने गए थे। 2022 में टिकट कटने के बाद बगावत करके चुनाव लड़े थे और आज फिर घर वापसी कर रहे हैं। हालांकि तीन दिन पहले सुरेंद्र सिंह ने बलिया से भाजपा के वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का विरोध किया था और कहा था- “मोदी योगी से बैर नहीं, वर्तमान सांसद की चुनाव में खैर नहीं “!
बसपा के पूर्व विधायक राजकुमार गौतम ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा का झण्डा उठा लिया है। गौतम गाजीपुर सदर सीट से 2007 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2012 में सपा के विजय मिश्र से 241 वोट से हार गए थे। फिर 10 साल बाद 2022 में चुनाव मैदान में उतरे लेकिन फिर मात मिली। अब भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं।
डॉ. चंद्रेश उपाध्याय ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। इन्होंने डुमरियागंज लोकसभा सीट से 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन सफलता नहीं मिली। अब भाजपा के साथ जुड़कर सियासत साध रहे हैं। इसके अलावा सपा के नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष ने भी भाजपा का दामन थामा है। सदस्यता ग्रहण करने वालों में समाजवादी पार्टी के जालौन से नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद यादव के साथ ही बलरामपुर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रिंस कुमार निगम भी शामिल हैं।