यूपी80 न्यूज, लखनऊ/नई दिल्ली
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत के बड़बोलापन से खुद पार्टी ने किनारा कस लिया है। भाजपा नेतृत्व ने कंगना रणौत को हिदायत दी है कि वह किसानों के मुद्दे पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रणौत ने किसानों को लेकर एक अखबार को इंटरव्यू दिया था, जिसे लेकर एक बार फिर किसान संगठनों ने सख्त नाराजगी जतायी है। विपक्ष ने भी कंगना रणौत के बयान को लेकर भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
अब कंगना रणौत के बयान पर भाजपा की प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा ने कंगना रणौत के बयान से किनारा करते हुए कहा है कि ये उनका निजी मत है और पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कंगना राणौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है। पार्टी ने यह भी कहा है कि पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रणौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।
पिछले दिनों कंगना रणौत ने एक निजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि ”अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। पंजाब में उपद्रवी किसान आंदोलन के नाम पर हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थी। कंगना रणौत के इस बयान पर विपक्ष लगातार हमलावर है। कांग्रेस ने कंगना पर एनएसए के तहत एक्शन लिए जाने की मांग की है।
उधर, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। कंगना का यह बयान चुनावी राज्य हरियाणा में भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकता है।