यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
आकाश आनंद को फिलहाल बसपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा। बहुजन समाज पार्टी के लखनऊ स्थित कार्यालय पर मंगलवार को अध्यक्ष चुनने के लिए बसपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई थी। मंगलवार करीब 12 बजे शुरू हुई बैठक के बाद मायावती को पार्टी का फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है।
वे 2003 से पार्टी अध्यक्ष हैं, लेकिन इस बार ऐसे वक्त पर मायावती पर ये जिम्मेदारी आई है, जब पार्टी अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने मायावती के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिस पर पार्टी नेताओं ने सहमति जताते हुए आगे बढ़ाया।
बसपा सुप्रीमो ने सोमवार को ही रिटायरमेंट को लेकर चल रही खबरों पर विराम लगाते हुए कहा था कि सक्रिय राजनीति से मेरा सन्यास लेने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है। जबसे पार्टी ने आकाश आनन्द को मेरे न रहने पर बीएसपी के उत्तराधिकारी के रूप में आगे किया है, तबसे जातिवादी मीडिया ऐसी फेक न्यूज प्रचारित कर रहा है जिससे लोग सावधान रहें। बसपा सुप्रीमो मायावती को 2003 में काशीराम की तबीयत बिगड़ने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। पिछले 21 सालों में मायावती के अलावा कोई दूसरा पार्टी का अध्यक्ष नहीं बना है। चर्चा थी कि उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद का कद बढ़ाया जा सकता है, कुछ लोग तो उम्मीद जता रहे थे कि मायावती राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी आकाश को सौंप सकती हैं।