लखनऊ
“सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ निजी क्षेत्रों Private sectors में भी दलित- पिछड़ों को आरक्षण reservation दिया जाए।“ समाजवादी पार्टी Samajwadi Party के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने शनिवार को लखनऊ में आयोजित एनडीटीवी के कार्यक्रम में यह मांग उठायी। अखिलेश यादव ने इस मौके पर दावा किया कि पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक वर्ग (पीडीए) मिलकर भाजपा को 2024 में हराएंगे।
सपा प्रमुख ने मांग की कि जातीय जनगणना के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी दलित व ओबीसी वर्ग के युवाओं को आरक्षण का लाभ मिले। समाज के दलित व पिछड़ा वर्ग के युवा सरकारी नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन पिछले कई सालों से केवल कांट्रेक्ट की नौकरियां, प्राइवेट नौकरियां, आउटसोर्स की नौकरियां मिल रही हैं। अब समय आ गया है कि हमें सोचना पड़ेगा कि सरकारी नौकरी के साथ-साथ हमें प्राइवेट सेक्टर्स में भी आरक्षण मिलना चाहिए।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि 2024 में विपक्ष की जो भी पार्टी बीजेपी को हराना चाहती है, उसे बड़ा दिल दिखाते हुए समाजवादी पार्टी का साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा ने सदैव बड़ा दिल दिखाते हुए विपक्ष की अन्य पार्टियों को ज्यादा तवज्जो दिया। हमने 2017 में कांग्रेस के साथ समझौता किया, 2019 में बसपा के साथ एवं 2022 में अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन किया।
2019 में वोट ट्रांसफर नहीं होता तो एक पर सिमट जाती बसपा:
अखिलेश यादव से जब सवाल किया गया कि 2019 लोकसभा चुनाव के बाद बसपा BSP सुप्रीमो मायावती Mayawati ने आरोप लगाया था कि लोकसभा चुनाव में सपा का वोट बसपा को ट्रांसफर नहीं हुआ। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि यदि 2019 में सपा का वोट ट्रांसफर नहीं होता तो बसपा का हाल 2022 जैसे हो जाता। उन्होंने कहा कि 2019 में बसपा को 10 सीटों पर जीत मिली, जबकि 2022 में बसपा को महज एक सीट पर जीत मिली।
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