यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव एवं घोसी से सपा सांसद राजीव राय के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी का 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार, 21 जुलाई को जनपद मऊ के बंधा पर रहने वाले अल्पसंख्यक गरीब पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

सपा जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव का कहना है कि मऊ जनपद के अंतर्गत शासन प्रशासन के दबाव में चिन्हित करके व्यक्ति विशेष लोगों का घर तोड़ने और उन्हें प्रताड़ित करने व वहीं पिकअप गाड़ी से कुचलकर दो लोगों की हत्या करने के बाद आक्रोशित लोगों द्वारा सड़क जाम करने पर प्रशासन ने लगभग डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसे गंभीरता से लेते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने 17 सदस्य प्रतिनिधि मंडल आज मऊ भेजा। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने सर्वप्रथम मऊ के बधा पर अल्पसंख्यक गरीब तबके के लोगों का बनाया गया आशियाने को तोड़ने व उन्हें प्रताड़ित करने की शिकायत को देखा तथा संज्ञान लिया। वहीं, ताजोपुर गांव के पास गाड़ी से कुचलकर की गई हत्या में पीड़ित परिवार के घर जाकर प्रतिनिधिमंडल ने सांत्वना दी। उन्हें हर संभव मदद व इलाज का आश्वासन दिया तथा पार्टी अपने खर्चे पर संपूर्ण इलाज करने व उनकी हर मदद करने का भरोसा दिलाया।
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव, घोसी सांसद राजीव राय, विधायक सुधाकर सिंह, विधायक डॉक्टर एच एन पटेल, विधायक राजेंद्र कुमार, विधान परिषद सदस्य रामजतन राजभर, पूर्व राज्य मंत्री रामदुलारे राजभर, पूर्व विधायक बैजनाथ पासवान, राष्ट्रीय सचिव हाजी इरफान, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अल्ताफ अंसारी, जिला अध्यक्ष दूधनाथ यादव, पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव साधु, पूर्व जिला अध्यक्ष धर्म प्रकाश यादव, शिव प्रताप यादव मुन्ना, जिला महासचिव कुददूश अंसारी, राजेश यादव युवजन सभा ज़िला अध्यक्ष सहित प्रतिमंडल के सभी सदस्य शामिल हुए। प्रतिनिधि मंडल ने जिला अधिकारी मऊ से मिलकर दर्ज मुकदमे को खत्म करने व दंडात्मक कार्रवाई रोकने की मांग की।
जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि न्याय संगत कार्रवाई होगी। इस अवसर पर सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी केवल बदले की भावना से काम कर रही है, जिन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं किया है उन परिवारों को चिन्हित करके उनके मकानों को तोड़ने व तरह तरह से परेशान करने का काम कर रही है। एक तरफ भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कोई व्यक्ति अछूता नहीं रह गया है जो उसके पैरों तले कुचला न गया हो, वहीं अफसर शाही इस कदर हावी हो गई है कि बिना रिश्वत लिए आम जनता का कोई काम करने को तैयार नहीं है। सरकार का अंकुश इन अधिकारियों पर नहीं रह गया है। प्रशासन बेलगाम हो चुका है।