शहादत दिवस के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित पवित्र स्थलों की मिट्टी लायी गई
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
“शहीद ए आजम भगत सिंह ने हमें पहले ही चेता दिया था कि केवल अंग्रेजों के देश छोड़कर चले जाने से देश को आजादी नहीं मिलेगी, ये देश तब आजाद होगा जब किसान मजदूर का शोषण होना बंद होगा।“ मजदूर नेत्री नवदीप कौर ने मंगलवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की पुण्यतिथि पर दिल्ली की सीमा सिंधु बॉर्डर पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। नवदीप कौर ने किसान-मजदूरों के शोषण के अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र पर भगत सिंह के विचारों को किसानों के सामने रखा। क्रांतिकारियों की शहादत दिवस पर दिल्ली की सीमाओं पर पिछले चार महीने से धरना पर बैठे किसानों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए युवा कलाकारों ने गीतों के माध्यम से राष्ट्रप्रेम की भावना को व्यक्त किया। इन कार्यक्रमों में देश के विभिन्न हिस्सों से काफी संख्या में महिला किसानों ने भी भाग लिया।

हरियाणा से आई किसान आगु ने कहा कि जो सपने शहीद भगतसिंह ने देखे थे वो आज भी अधूरे है। पंजाबी कलाकार रविंदर ग्रेवाल व हरजीत हरमन ने इंकलाबी गीतों के माध्यम से किसानों का हौसला बढ़ाया, वहीं दिल्ली से द पार्टिकल कलेक्टिव ने नाटक प्रस्तुत कर सरकार पर तंज कसा।
टीकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में आए मजदूर परिवारों के नौजवानों ने किसान मजदूर एकता के साथ साथ शिक्षा व रोजगार का मुद्दा उठाया। नौजवानों ने कहा कि नौजवान हर कुर्बानी देने को तैयार है पर इन कानूनों के रद्द कराए बगैर वापस नहीं जाएंगे क्योंकि अब यह उनके अस्तिव का सवाल है।
गाज़ीपुर बॉर्डर पर दिल्ली व उत्तरप्रदेश से पहुँचे युवाओं ने भगतसिंह व उनके साथियों के विचारों पर अमल करते हुए किसान आन्दोलन को सफल बनाने का प्रण लिया। दिल्ली से अनेक छात्र संगठनों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए आज किसानो के बीच पहुंच कर अपना समर्थन दिया।
पवित्र स्थलों की मिट्टी धरना स्थल पर लायी गई:
शहीदों से जुड़े ऐतिहासिक स्थान जैसे सुनाम, खटकड़कलां, श्री आनंदपुर साहिब, श्री फतेहगढ़ साहिब, सराभा, जलियावाला बाग, हुसैनीवाला, श्री चमकौर साहिब से मिट्टी इकठ्ठी कर सिंघु व टीकरी बॉर्डर पर लायी गयी। पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन के अमनदीप सिंह, नौजवान भारत सभा के कर्मजीत, कीर्ति किसान यूनियन युथ विंग के भूपिंदर लोंगोवाल व छात्र नेता विक्की माहेश्वरी ने इन शहीद स्मारकों से मिट्टी इकठ्ठी कर दिल्ली लाने की जिम्मेदारी निभाई। इसके अलावा गुजरात के भावनगर में खेडूत समाज ने शहीदों की याद में प्रदर्शन किया।
भगत सिंह के गांव में महारैली का आयोजन:
शहीद भगतसिंह के गांव खटकड़कलां में आज शहीदों की याद में महारैली का आयोजन किया गया। रैली में बोलते हुए युवाओं ने कहा कि देश पर जब भी संकट आएगा पंजाब के नौजवान हर कुर्बानी देकर मानवाधिकार के लिए लड़ेंगे।
आज शहादत दिवस पर एकौनी में किसान आंदोलन के समर्थन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ अंबेडकर लाइब्रेरी का उद्घाटन व शहीदों की याद में वृक्षारोपण भी किया गया।