अस्पताल में नहीं मिली सीटी स्कैन की सुविधा
बलिया, 8 जून
अपना दल (एस) की संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के मीडिया सलाहकार बलिराम सिंह की मां शिवकुमारी देवी (गुणवंती देवी) खुद प्रशासन की लापरवाही और स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था का शिकार हो गईं, जिसकी वजह से शिवकुमारी देवी का 29 मई को सड़क दुर्घटना के महज चंद घंटे के अंदर निधन हो गया।
शिवकुमारी देवी की सड़क दुर्घटना से लेकर उनकी इलाज पर नजर डालें तो तीन प्रमुख वजहें सामने आती हैं, जो कि निम्नलिखित हैं:
1.गोरखपुर- देवरिया- बलिया मार्ग (बेल्थरा रोड-नगरा मार्ग) का चौड़ीकरण के बाद वाहनों का आवागमन तेज हो गया है, सड़क पर वाहनों की गति 100 किमी प्रतिघंटा हो गई है, लेकिन इस सड़क के किनारे फुटपाथ का निर्माण नहीं हुआ, जिसकी वजह से सड़क किनारे रहने वाले ग्रामवासी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। गांवों की महिलाओं, बच्चों और किसानों को खेती के कार्य के लिए बार-बार सड़क पर आना पड़ता है, जिसकी वजह से वे तेज चलते वाहन की चपेट में आ जाते हैं।
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2.सायं साढ़े सात बजे के करीब शिवकुमारी देवी को सड़क दुर्घटना (बेल्थरा – नगरा मार्ग, बिड़हरा गांव, पो.फरसाटार, बलिया) के बाद सबसे पहले बेल्थरा रोड स्थित सरकारी अस्पताल ले जाया गया। मौके पर उपस्थित डॉक्टर हॉलीवुड की फिल्म देखने में व्यस्त थे। जब उन्हें बलिराम सिंह ने अपना परिचय दिया तो उन्होंने हल्के में लिया। शिवकुमारी देवी का प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उन्हें बलिया स्थित सदर अस्पताल ले जाने को कहकर दूसरे कमरे में चले गए और दोबारा हॉलीवुड की फिल्म देखने में व्यस्त हो गए। इस दौरान 108 नंबर पर दो बार एंबुलेंस के लिए फोन किया गया, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर शिवकुमारी देवी को निजी एंबुलेंस से बलिया सदर अस्पताल ले जाया गया।
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3.बलिया स्थित सदर अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने शिवकुमारी देवी को मरहम – पट्टी और दो बोतल ग्लूकोज चढ़ाने के बाद उन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर की सलाह दी। वरिष्ठ चिकित्सक की दलील थी कि मरीज को सिर में चोट आई है और रक्तस्राव हो रहा है। अत: इनका सीटी स्कैन कराना जरूरी है, लेकिन सदर अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अत: बेहतर इलाज के लिए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाना जरूरी है। ऐसे में एंबुलेंस के लिए 108 नंबर पर दो बार फोन किया गया। लगभग पौने 12 बजे मरीज को एंबुलेंस मिली। तत्पश्चात मरीज को एंबुलेंस में रखकर बीएचयू के लिए चल दिया गया, लेकिन गाजीपुर जाते-जाते शिवकुमारी देवी का निधन हो गया।