मऊ के मारूफपुर के गांधी कॉलेज के छात्र रहे हैं मुख्य सचिव
यूपी80 न्यूज, मऊ/लखनऊ
‘आगे बढ़ने की दृढ़ शक्ति अगर मन में हो तो कोई बाधा रोक नहीं सकती।’
प्रदेश के मऊ Mau जनपद की बेटी पावनी मद्धेशिया Pawani Maddheshia पर ये पंक्तियां पूरी तरह सही साबित होती हैं। पावनी ने तमाम संघर्षों के बावजूद माध्यमिक शिक्षा, परिषद हाई स्कूल की परीक्षा में जनपद स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त किया है। पवनी मद्धेशिया की प्रतिभा से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा CS Durga Shankar Mishra ने सोशल मीडिया ट्वीटर के जरिए बात कही है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा कहते हैं,
“मऊ के मारूफपुर के गांधी कॉलेज से पढ़ने वाली पावनी ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा High School में 95.33% अंक प्राप्त कर पूरे प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। इस कॉलेज से मैंने भी कक्षा-6 की पढ़ाई पूरी की थी। पावनी बिटिया की इस उपलब्धि पर मैंने उसे व उसके परिवार को कॉल कर आज बधाई दी।“
एक्जाम के समय पावनी के भाई का निधन:
मुख्य सचिव श्री मिश्रा लिखते हैं,
“जब पावनी बिटिया हाईस्कूल की परीक्षा दे रही थी तो उसी दौरान उसके 16 वर्षीय भाई की किडनी फेल्योर की वजह से मृत्यु हो गई थी। इन जटिल परिस्थितियों में भी पावनी ने धैर्य के साथ खुद को संभाला। वह अपने गाँव रामपुर बेलौली से रोजाना 4KM एक तरफ से यानि कुल 8KM साइकिल चलाकार पढ़ने जाती है।“
परचून की दुकान चलाते हैं पावनी के पिता:
पावनी की प्रतिभा से प्रभावित होकर मुख्य सचिव कहते हैं
“पावनी के पिता गाँव में परचून की दुकान चलाते हैं। पावनी स्वयं अपनी पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए छोटे बच्चों को कोचिंग पढ़ाने का कार्य करती है। उसकी यह प्रेरणादायी उपलब्धि हमें यह संदेश देती है कि हमारे प्रदेश के गांव के बच्चे पूरी प्रतिभा व लगन के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।“
आईएएस अधिकारी बनना चाहती है पावनी:
दुर्गा शंकर मिश्रा कहते हैं,
“पावनी का सपना पढ़-लिख कर IAS अधिकारी बन देश सेवा करने का है। मेरी परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि वह पावनी बिटिया को ऐसे ही शक्ति प्रदान करें, जिससे वह अपने सपनों को पूरा कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करे। प्रदेश सरकार की ओर से उसे हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी।”
मऊ के मधुबन क्षेत्र के रहने वाले हैं मुख्य सचिव:
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा खुद मऊ के मधुबन क्षेत्र के पहाड़ीपुर गांव के रहने वाले हैं और उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई गांव में ही पूरी की है।