यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“हर विधायक-सांसद अपने सार्वजनिक जीवन में विरोध-प्रदर्शन जरूर करते हैं। जब तक लोकतंत्र रहेगा तब तक ये होता रहेगा। तोड़फोड से हम सहमत नहीं हैं, हिंसा से सहमत नहीं हैं। लेकिन बहुत से ऐसे माननीय विधायक हैं, जिनके ऊपर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के कारण मुकदमे कायम हुए हैं। उन्हें एमपी एमएलए कोर्ट जाना पड़ रहा है।“ जनसत्ता दल Jansatta Dal के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया ऊर्फ रघुराज प्रताप सिंह Raja Bhaiya ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान यह बात रखी।

राजा भैया ने कहा कि कई बार ऐसा भी हुआ कि धरना-प्रदर्शन में दूसरे अराजक तत्व घुस कर हिंसा फैला देते हैं और झेलना विधायक जी को पड़ता है। अदालत का चक्कर लगाना पड़ता है। विधायक पर तलवार लटकती रहती है कि कब अदालत उन्हें सजा दे दे।
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राजा भैया ने कहा कि अभी कल भी एक माननीय सदस्या (प्रयागराज के प्रतापपुर से सपा विधायक विजमा यादव) को न्यायालय ने दंड दिया, सौभाग्य से दो वर्ष से कम अवधि की सजा दी है (दो वर्ष की सजा होने पर जनप्रतिनिधि की सदस्यता खत्म हो जाती है)। तो ऐसे में प्रतिरोध कौन करेगा, आवाज कौन उठाएगा। अगर धरना प्रदर्शन के इतने गंभीर परिणाम आने लगेंगे, तब तो विधायक सांसद धरना-प्रदर्शन करने से भागने लगेंगे। फिर जनता की लड़ाई कौन लड़ेगा। ये गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि इसे गंभीरता से सरकार ले। शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के लिए हमें अदालत के कटघरे में न खड़ा होना पड़ा।


