यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 की सूची में शामिल अभ्यर्थियों ने सामूहिक भूख हड़ताल का फैसला किया है। अभी तक पांच अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर बैठकर सरकार से अपनी नियुक्ति की मांग कर रहे थे लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से उनकी समस्या के निस्तारण का अब तक कोई रास्ता नहीं निकल पाया है। आक्रोशित अभ्यर्थी मंगलवार से सामूहिक रूप से भूख हड़ताल का फैसला किए हैं।
धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि पिछड़े समाज के नेता जब उन्हें वोट लेना होता है तो बड़े-बड़े मंचों से बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब समाज की बात आती है तो सभी चुप हो जाते हैं। सत्ता में बैठे पिछड़े समाज के सभी नेता पिछड़े दलित वंचितों के हित में कोई बात नहीं करते।
अमरेंद्र पटेल ने बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई, जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया। इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने के आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका।
हमारी मांग है की सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करें।
अमरेंद्र ने बताया कि पिछले 8 दिन से लगातार अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर थे उनकी तबीयत भी खराब हुई और उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया, लेकिन सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई। सभी अभ्यर्थी सामूहिक रूप से इको गार्डन धरना स्थल में भूख हड़ताल करेंगे।