यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
‘शब्द सृजन’ द्वारा दिल्ली के हिंदी भवन में भारत के अशोक चक्र विजेताओं पर अंतरराष्ट्रीय दोहा संग्रह ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ का भव्य लोकार्पण के अवसर पर दिल्ली की कवयित्री सीमा पटेल Poetess Sima Patel को ‘अंतरराष्ट्रीय काव्य श्री सम्मान’ से सम्मानित किया गया। अंतरराष्ट्रीय दोहा संग्रह ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ में सभी अशोक चक्र विजेताओं Ashok Chakra winners of India के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्पूर्ण विश्व के हिंदी 167 दोहाकारों ने अपनी कलम चलाई है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष देश के ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार डॉ चन्द्रपाल शर्मा, मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षा डॉ. इंदिरा मोहन एवं विशिष्ट अतिथि फ़िल्म गीतकार एवं साहित्यकार डॉ प्रमोद कुश ‘तनहा’ ने इस ऐतिहासिक ग्रन्थ का लोकार्पण किया।
डॉ चन्द्रपाल शर्मा ने इस ग्रन्थ को राष्ट्रीय महत्व का ग्रन्थ बताया। मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी (सेवानिवृत्त) ने इस ग्रन्थ को भारत के शौर्य की संज्ञा दी। देश की वरिष्ठ गीतकार डॉ इंदिरा मोहन ने इसे अभूतपूर्व एवं कालजयी ग्रन्थ की संज्ञा दी।
ग्रन्थ की समीक्षा करते हुए डॉ प्रमोद कुश ‘तनहा’ ने कहा भारत की वीरता शौर्य बलिदान की गाथा का ऐतिहासिक ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ की सहभागी रचनाकार दिल्ली की कवयित्री सीमा पटेल हैं।
नवम्बर में ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से 201 कवियों के साथ सीमा पटेल का उत्कृष्ट काव्यपाठ अशोक चक्र विजेता लेफ्टिनेंट राम प्रकाश रोपेरिया ‘कुंजियन ‘ एसी ( 10 जून 1959 – 9 जून 1984 ) पर लिखे दोहों पर था। ये एक भारतीय सेना अधिकारी थे, जिन्हें ऑपरेशन ब्लू स्टार में उनके वीरतापूर्ण कार्य के लिए भारत के सर्वोच्च शांति काल सैन्य अलंकरण अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
इसी काव्यपाठ के बाद संकलन में उनकी रचना को स्थान मिला। यह काव्यपाठ जिसे इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है, उन्हीं में से चयनित 167 दोहाकारों की रचनाएं सम्मिलित करके इस ग्रन्थ को प्रकाशित किया गया है।
इस कालजयी ऐतिहासिक ‘भारत के अशोक चक्र विजेता’ में भारत सहित अमेरिका, इंडोनेशिया नेपाल, अबुधाबी आदि देशों 167 दोहाकारों के 2063 दोहे संकलित हैं, जो हिंदी साहित्य में एक विशाल दोहा ग्रन्थ माना जायेगा।

