यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
समाजवादी पार्टी की नीतियों और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व पर आस्था जताते हुए बुधवार को समाजवादी पार्टी Samajwadi Party के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में जनता दल (एस) Janta Dal (S) का राष्ट्रीय स्तर पर समाजवादी पार्टी में विलय हो गया। वहीं, भारतीय समाज दल तथा शोषित समाज अधिकार पार्टी ने बिना शर्त समाजवादी पार्टी को समर्थन देना तय किया है।
इनके अतिरिक्त भाजपा और बसपा के भी कई बड़े नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इनके साथ बड़ी संख्या में इनके समर्थकों ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
जनता दल (सेक्यूलर) के अध्यक्ष भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा से हाथ मिलाने के फैसले से असंतुष्ट जनता दल (एस) के राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, केरल, के प्रतिनिधियों ने समाजवादी पार्टी में विलय का निर्णय लिया। समाजवादी पार्टी केरल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 साजी पोथेन थॉमस के प्रयासों से जनता दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव आर.एस. प्रभास, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष शिव सिंह, केरल के प्रदेश अध्यक्ष पंतलाम मोहन दास, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बैकुण्ठ नाथ सहित हरियाणा और पंजाब इकाई के पदाधिकारी भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
भारतीय समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण राजभर तथा शोषित समाज अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार गौतम ने अपने तमाम पदाधिकारियों के साथ लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने तथा समाजवादी पार्टी पीडीए, इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को भारी मतों से जिताने का भरोसा दिलाया।
भाजपा- बसपा के ये नेता भी हुए शामिल:
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष विनोद शुक्ला पूर्व प्रत्याशी कटरा बाजार विधान सभा जनपद गोण्डा ने भाजपा छोड़कर अपने सैकड़ों साथियों के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ बड़ी संख्या में ब्राह्मण एवं कई बसपा नेता भी समाजवादी पार्टी के सदस्य बने हैं। कन्नौज के दीपू चौहान के साथ भी बड़ी संख्या में भाजपा और बसपा के कई जमीनी कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अखिलेश यादव ने विभिन्न दलों से आये नेताओं को स्मृतिचिह्न देकर और अंगवस्त्र पहनाकर सम्मान किया।