निषाद के जरिए गोरखपुर लोकसभा सीट Gorakhpur Loksabha Seat को मजबूत करने में जुटे सीएम योगी CM Yogi
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता बेनी प्रसाद वर्मा Beni Prasad Verma के निधन से रिक्त हुई सीट से पिछड़ा वर्ग से आने वाले बीजेपी BJP नेता जय प्रकाश निषाद Jai prakash Nishad अब राज्यसभा जाएंगे। बीजेपी ने जय प्रकाश निषाद Jai Prakash Nishad को उम्मीदवार घोषित किया है। जयप्रकाश निषाद Jai Prakash Nishad ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CM Yogi Adityanath की उपस्थिति में नामांकन दर्ज किया। संख्याबल के आधार पर उपचुनाव में जयप्रकाश निषाद Jaiprakash Nishad का विजय निश्चित माना जा रहा है। उपचुनाव 24 अगस्त को होगा।
जयप्रकाश निषाद फिलहाल गोरखपुर क्षेत्र से बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। बीजेपी ने जयप्रकाश निषाद के जरिए पूरे निषाद समुदाय को साधने की रणनीति बनायी है। चूंकि पूर्वांचल विशेषकर गोरखपुर मंडल में बीजेपी की सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी का अच्छा खासा जनाधार है। ऐसे में बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने जयप्रकाश निषाद के जरिए दोहरी रणनीति बनायी है। निषाद समुदाय को साधने को साधने के साथ-साथ सहयोगी निषाद पार्टी को घेरने की रणनीति भी बताई जा रही है।
लोकसभा उपचुनाव के समय बीजेपी का थामा था दामन:
पूर्व में जय प्रकाश निषाद बसपा उम्मीदवार के तौर पर 2012 में गोरखपुर के चौरी-चौरा सीट से विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। बसपा छोड़ने के बाद कुछ दिनों तक समाजवादी पार्टी में भी रहें। 2018 में गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के समय सीएम योगी ने जयप्रकाश निषाद को बीजेपी में शामिल कराया था। इनका कार्यकाल पांच मई 2022 तक रहेगा।
सकलदीप राजभर की तरह जयप्रकाश निषाद:
पूर्वांचल के बलिया निवासी पत्रकार अशोक जायसवाल कहते हैं कि पूर्व में सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बगावती तेवर को देखते हुए बीजेपी ने बलिया के बेल्थरारोड निवासी पार्टी के एक सामान्य पदाधिकारी सकलदीप राजभर को राज्यसभा भेजा था और वाराणसी से आने वाले प्रदेश के मंत्री अनिल राजभर का प्रमोशन किया था। बावजूद इसके पिछले साल हुए विधानसभा उपचुनाव में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया था। अशोक जायसवाल कहते हैं कि गोरखुपर में भी जयप्रकाश निषाद के जरिए बीजेपी कुछ इसी तरह की रणनीति अपना रही है। अब यह वक्त बताएगा कि जय प्रकाश निषाद कितना कारगर साबित होंगे।
बता दें कि 2018 में गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में यहां से महागठबंधन की ओर से उतारे गए निषाद पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन से बात नहीं बनने पर निषाद पार्टी बीजेपी के साथ आ गई। लेकिन यहां भी बीजेपी ने प्रवीण निषाद को गोरखपुर की बजाय संत कबीर नगर की सीट दी। यहां से प्रवीण निषाद बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए। निषाद पार्टी से फिलहाल एक सांसद और एक विधायक (भदोही) हैं।
बीजेपी ने निषाद पार्टी को धोखा दिया: राजभर
उधर, सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि बीजेपी ने निषाद पार्टी को धोखा दिया है।