मीरजापुर, 22 सितंबर
केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल Union minister Anupriya Patel ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ CM yogi Adityanath से कम वर्षा की वजह से जनपदवासियों को हो रही दिक्कत को देखते हुए मीरजापुर जनपद को सूखाग्रस्त drought district जिला घोषित करने एवं जिले में विशेष राहत कार्यक्रम चलाने हेतु संबंधित को आवश्यक निर्देश देने का अनुरोध किया है। श्रीमती पटेल ने मुख्यमंत्री से संभावित पेयजल संकट की समस्याओं के स्थायी निदान हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का भी आग्रह किया है।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सूखा की वजह से किसानों farmers को हो रही दिक्कत को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। श्रीमती पटेल ने पत्र में उल्लेख किया है कि इस वर्ष प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में औसत से कम वर्षा हुई है। इसमें भी विशेषरूप से बंगाल की खाड़ी के मानसून से आच्छादित पूर्वी उत्तर प्रदेश का मानसून बेहद निराश करने वाला और अति निष्क्रिय रहा है और इस क्षेत्र में औसत से काफी कम वर्षा हुई है, जिससे यहां की वर्षा आधारित खेती अति प्रभावित हुई है तथा खेती के काफी क्षेत्रफल पर कृषि कार्य न होने के कारण बहुत से खेत परती रह गए और जहां पर खेती हुई है वह भी सूखने की स्थिति में दिख रही है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा है कि अति प्रभावित पूर्वी उत्तर प्रदेश में जो जनपद प्राकृतिक वर्षा से एकत्रित बांधों / बंधियों के जल पर आधारित पहाड़ी/ पठारी जनपद हैं, वहां की स्थिति कम वर्षा के कारण और दयनीय हो गयी है। इसी प्रकार के पहाड़ी/ पठारी जनपद में हमारा संसदीय क्षेत्र मीरजापुर जनपद भी है, जिसमें खेती के अतिरिक्त पेयजल के लिए भी जनपद का तीन चौथाई हिस्सा बांधों/ बंधियों पर आश्रित है। वर्तमान में जहां कम वर्षा के कारण मीरजापुर जिले की खेती प्रभावित हो गई है, वहीं पेयजल का संकट भी अभी से शुरू हो गया है, जिसके कारण खेती पर आधारित यहां का किसान व मजदूर हाथ पर हाथ रखे अपने-अपने भविष्य को लेकर अत्यंत चिंतित व मायूस दिख रहा है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जिले की जनमानस को ऐसी भौतिक व मानसिक स्थिति से मुक्ति हेतु मीरजापुर जिले को सूखाग्रस्त जिला घोषित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने तथा जिले में विशेष राहत कार्यक्रम चलाने हेतु संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें। साथ ही, संभावित पेयजल संकट की समस्याओं के स्थायी निदान हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने की कृपा करें।