यूपी80 न्यूज़, लखनऊ
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को निखारने, दक्ष और सक्षम बनाने के लिए ग्रामीण अंचल में खेलकूद का आधारभूत ढ़ाचा मजबूत करने के लिए मनरेगा योजनान्तर्गत ग्रामीण अंचल में खेल मैदान बनाये जा रहे हैं।

गांवों में स्टेडियम व ओपेन जिम बनाकर खेल प्रतिभाओं को सरकार प्रोत्साहन दे रही है। मनरेगा योजनान्तर्गत स्टेडियम, ओपेन जिम, खेल मैदान और पार्क गांवों में बनाये जा रहे हैं और इनका उपयोग भी किया जा रहा है। इससे गांवों में नई प्रतिभाएं तो निखर ही रही है।

मनरेगा के तहत इन मैदान का निर्माण होने की वजह से श्रमिकों को निरंतर रोजगार भी मिल रहा है। इस पहल का उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य और समग्र सामुदायिक विकास के लिए स्कूली छात्रों और गांव के अन्य सदस्यों के बीच खेलों को प्रोत्साहित करना है। खेल मैदानों में रनिंग ट्रैक बनने से ग्रामीण अँचलों में रहने वाला युवा आर्मी, पैरा मिलिट्री फोर्स, पुलिस,सीआरपीएफ इत्यादि की तैयारी अपने गांव में ही रहकर कर रहे हैं। ग्राम्य विकास विभाग की इस योजना के चलते खेल मैदान बनने से गांव के युवाओं को मैदान में ही दौड़ लगाने के साथ शारीरिक अभ्यास करने में भी मदद मिल रही है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा ग्रामीण इलाकों में बनाये जा रहे खेल मैदान गाँव के पिकनिक स्पॉट साबित हो रहे हैं। गाँव में आस-पास कोई घूमने की बेहतर जगह न होने के चलते इन मैदानों में ही छोटे-छोटे बच्चे पिकनिक मनाते हैं। यहाँ पर गॉंव के युवाओं के साथ यहाँ के बुजुर्ग भी मॉर्निंग वॉक से साथ शाम को यहाँ अपना समय बिताते हैं।
खेलकूद से युवाओं की शारीरिक दक्षता में भी सुधार हो रहा है। खेल मैदान बनने से गांव का भविष्य चमक रहा है, ऐसे युवा जो इस क्षेत्र में प्रतिभाशाली हैं और गांवों में सुविधाओं के अभाव में उनकी प्रतिभा निखर नहीं पा रही थी, ऐसे में खेल मैदान विकसित होने से युवाओं के अंदर की प्रतिभा निखर रही है और वह आगे बढ़कर विभिन्न खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर अपने गांव, जनपद, प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर खेल मैदानों का निर्माण कार्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा और व विभिन्न विभागों के कन्वर्जेस से किया जा रहा है। सरकार की मंशा के अनुरूप मनरेगा द्वारा तेज गति से प्रदेश में खेल मैदानों का निर्माण भी कराया जा रहा है।ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत इन मैदान का निर्माण होने की वजह से श्रमिकों को निरंतर रोजगार भी मिल रहा है। खेल मैदान के निर्माण कार्य में मनरेगा श्रमिकों से कार्य कराया जा रहा है,जो उनकी आजीविका को आसान बना रहा है। ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 5500 से ज्यादा खेल मैदानों का निर्माण किया जा चुका है, जबकि 14 हजार से ज्यादा का कार्य चल रहा है ।