अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल का सीधा आरोप, पुलिस की मिलीभगत से ग्रामीणों के घर के साथ बेजुबान जानवर भी जला दिए गए
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र में दबंगों का कहर एक बार फिर महिलाओं-बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ा है। पट्टी क्षेत्र के धूईं-गोविंदपुर गांव में दबंगों ने ग्राम प्रधान व पुलिस की मिलीभगत से अन्य पिछड़ी जाति कुर्मी से ताल्लुक रखने वाले किसानों, महिलाओं पर कहर बरपाया है। किसानों के कई घर जला दिए गए। गांववासियों का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने बहन-बेटियों व बच्चों तक को नहीं बख्शा है। जानवरों को भी जलाने की खबर आ रही है। मामले की गंभीरतो को देखते हुए अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने प्रतापगढ़ एसपी से तत्काल इस मामले में निष्पक्ष जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि धूईं गांव के दबंग लोग आए दिन गोविंदपुर गांव के किसानों पर जुल्म ढाते थे। तीन दिन पहले गांव के एक किसान के खेत में गाय चर रही थी। किसान ने इस मामले में ऐतराज जताया तो दबंगों से कहा सुनी हो गई। पुलिस भी आ गई। मामला कुछ समय के लिए शांत हो गया, लेकिन कल फिर मामले ने तूल पकड़ा। धूईं गांव के दबंगों ने पुलिस के सहयोग से गोविंदपुर के किसानों पर जमकर जुल्म ढाया। स्थानीय ब्लॉक प्रमुख कुलदीप पटेल का कहना है कि यहां के दबंगों के आतंक की इंतहा हो गई है। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं को गिरफ्तार की है। कई महिलाओं के 6 महीने के बच्चे हैं, जो कल से अपनी मां से दूर हैं। गांव में कई घर फूंक दिए गए, कई वाहन जला दिए गए हैं। कुलदीप पटेल कहते हैं कि यहां पर दबंगों का जुल्म कोई नई बात नहीं है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना होगा। ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
पढ़ते रहिए www.up80.online अखिल भारतीय न्यायिक सेवा के गठन से ओबीसी, एससी-एसटी का बढ़ेगा प्रतिनिधित्व
अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने इस बाबत सोशल मीडिया पर टि्वट करते हुए नाराजगी व्यक्त की है- ” प्रतापगढ़ जिले के पट्टी थाने के घुई ग्राम में स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से ग्रामीणों के घर के साथ बेजुबान जानवर भी जला दिए गए। दहशत के मारे ग्रामीण घर छोड़कर भाग गए हैं। पुलिस को निष्पक्ष कार्यवाही हेतु निर्देशित कर न्याय दिलाने का कष्ट करें।”
पढ़ते रहिए www.up80.online कौड़ियों के भाव सब्जी बेचने वाले किसान भी हैं मुआवजा के हकदार