बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो”
बलिया, 29 अगस्त
मिर्जापुर में स्कूली बच्चों को मिड-डे-मिल में रोटी – नमक परोसे जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि छोटे बच्चों के भोजन से संबंधित पूर्वांचल में एक और मामला प्रकाश में आया है। यूपी के बलिया जिला में एक प्राईमरी स्कूल में दलित वर्ग के बच्चों को अलग पंक्ति में बिठाकर भोजन कराने की वीडियो वायरल हुई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में गहरी नाराजगी जताया है। इस मामले में जनपद के जिलाधिकारी ने मामले की गहराई से जांच के आदेश दिया है।
वायरल वीडियो के अनुसार बलिया नगर के प्राथमिक विद्यालय रामपुर नंबर एक पर सामान्य और पिछड़ी जाति के बच्चे दलित बच्चों के साथ भोजन नहीं करते हैं और स्कूल से मिड डे मील में मिलने वाली थाली में भोजन भी नहीं करते हैं। वह अपने घर से थाली लेकर आते हैं। हालांकि इस मामले में प्रधानाचार्य ने दलील दी है कि हमने छात्रों को बहुत समझाने की कोशिश की कि सभी बच्चे एक समान हैं, लेकिन उच्च वर्ग के बच्चे सदैव कोशिश करते हैं निचले वर्ग के बच्चों से दूर रहें। इससे पहले बलिया में ही कुछ बच्चों को पत्तल में खाना परोसे जाने का मामला आया था।
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बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, “यूपी के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। बीएसपी की माँग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दूसरों को इससे सबक मिले व इसकी पुनरावृति न हो।”
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बलिया जनपद के वरिष्ठ पत्रकार अनूप हेमकर कहते हैं कि जिस जनपद के लोगों ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई, आज भी उसी जिला में दलित बच्चों के साथ हो रही इस तरह की घटनायें बेहद चिंतनीय है। सरकार एवं समाज के प्रबुद्ध वर्ग को इस सामाजिक बीमारी को पूरी तरह से खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए।