केके वर्मा, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में 2024 में राज्यसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर कथित तौर पर बीजेपी के पक्ष में वोट करने वाले तीन विधायकों ने मंगलवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। गृह मंत्री से मुलाकात करने वालों में सपा के बागी विधायक राकेश सिंह, विनोद चतुर्वेदी और अभय सिंह थे। उधर, सीएम योगी ने मंगलवार को एक न्यूज एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि उनके लिए राजनीति पार्ट टाइम है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दिल से योगी हैं। सीएम योगी के इस बयान को लेकर राजनीति गलियारों में खूब चर्चा है।

अभय सिंह ने बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद संजय सेठ के साथ गृह मंत्री से मुलाकात की। इनकी मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब राज्य में कैबिनेट विस्तार की चर्चा जोरो पर हैं। संगठन में भी बदलाव की प्रक्रिया चल रही है। लगता है कि बागियों के अच्छे दिन आने वाले हैं। मुलाकात की फोटो शेयर करते हुए अभय सिंह ने लिखा,
“भारतीय राजनीति के चाणक्य, देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट कर आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया। उनका प्रेरणादायी मार्गदर्शन व आशीर्वाद सदैव ही नव-ऊर्जा एवं उत्साह के संचार को गति प्रदान करता है।“
अभय सिंह गोसाईंगंज अयोध्या, राकेश प्रताप सिंह गौरीगंज अमेठी और विनोद चतुर्वेदी कालपी जालौन से विधायक हैं। तीनों नेताओं ने 2022 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था। इन तीन विधायकों के साथ कुछ अन्य नेताओं ने भी राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में कथित वोट किया था। हालांकि इन नेताओं ने कभी सार्वजनिक मंचों से स्वीकार नहीं किया कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को वोट दिया था।
बता दें कि इन दिनों योगी कैबिनेट के विस्तार की भी चर्चा चल रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान कई नेता विधायक से सांसद बन गए थे। इनमें से कई नेता योगी सरकार में मंत्री थे। इनके सांसद बनने के बाद किसी अन्य विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया। ऐसे में चर्चा है कि जल्द ही योगी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है।
सहयोगी भी हैं नाराज:
उधर, बताया जा रहा है कि योगी सरकार के सहयोगी भी इन दिनों नाराज चल रहे हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान उत्तर प्रदेश में भाजपा की सभी चारों सहयोगी पार्टियां योगी सरकार पर खुलेआम नाराजगी व्यक्त कर चुकी हैं। हालही में, रालोद प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने सरकार पर नाराजगी जतायी थी।
