यूपी80 न्यूज, बेल्थरारोड
नगर पंचायत चुनाव की रार चुनाव खत्म होने के बाद भी दिख रही है। चुनाव के दौरान समर्थन न करने वालों को परेशान करने का आरोप लगाया जा रहा है। इसी के तहत रेलवे स्टेशन के पास पानी टंकी स्थित हनुमान गढ़ी के पुजारी को भी इसका शिकार होना पड़ा है। इसे लेकर शंकराचार्य परिषद व ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने साफ तौर पर कहा है कि उन्हें कोई हटा नहीं सकता।
बेल्थरारोड में रेलवे पानी टंकी स्थित हनुमान गढ़ी के पुजारी को नगर पंचायत अध्यक्ष के पति द्वारा हटाने की मुहिम का विरोध शुरू हो गया है। शंकराचार्य परिषद व ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने शुक्रवार की रात मंदिर परिसर में हुई बैठक में कहा कि पुजारी नागेंद्र उपाध्याय सन् 1975 से मंदिर की देखभाल व पूजा पाठ करते चले आ रहे हैं। इनके बाबा ने इस मंदिर की नींव रखी थी। आज साजिश के तहत इन्हें हटाने की मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इनका कुसूर सिर्फ इतना रहा कि इन्होंने निकाय चुनाव में उसका साथ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राम राज्य में सभी को समान रूप से अधिकार मिला हुआ था।
बता दें कि गुरुवार को पूर्व चेयरमैन व वर्तमान सभासद द्वारा हनुमान गढ़ी मंदिर पर एक भोज का कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें उनके समर्थक शामिल हुए थे। इसी दौरान उन्होंने मंदिर के पुजारी पर अनैतिक होने, मांस मदिरा का सेवन का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि अपने में सुधार लाएं नहीं तो मंदिर खाली करें। इस मामले का संज्ञान होते ही नगरवासियों में आक्रोश की लहर दौड़ गई। लोगों ने सीधे इस मुद्दे को राजनीति से जोड़ कर देखना शुरू कर दिया। नगरवासियों का कहना है कि जब मंदिर के पुजारी पिछले 10 वर्षों तक तत्कालीन चेयरमैन के साथ थे तो वह उनके लिए अच्छे थे। लेकिन इस बार के निकाय चुनाव में उन्होंने दूरी बना ली तो अब खटकने लगे।
फिलहाल यह राजनीति आने वाले समय में बेल्थरारोड नगरवासियों के लिए अच्छा संकेत नहीं है।