यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजनीति रोजाना करवट ले रही है। जहाँ एक ओर स्वामी प्रसाद मौर्य Swami Prasad Maurya समाजवादी पार्टी से अलग हो गए तो दूसरी ओर राजा भैया Raja Bhaiya के सपा के करीब आने की चर्चा तेज हो गई है। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मंगलवार को राजा भैया से मुलाकात की है।
बता दे कि कांग्रेस से खटास और स्वामी प्रसाद मौर्य व पल्लवी पटेल के बिदकने के बाद राज्यसभा चुनाव में अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अब नए सहयोगी की तलाश में जुट गए हैं। इसी कड़ी में अखिलेश ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ के पास भेजा। वहां नरेश उत्तम ने राज्यसभा चुनाव में उनका समर्थन मांगा और अखिलेश से बात भी कराई। दोनों नेताओं के बीच मोबाइल पर काफी देर बात हुई।
सूत्रों के मुताबिक अचानक ही राजा भैया के आवास पर पहुंचे नरेश उत्तम ने राज्यसभा में समर्थन देने का अनुरोध करने के साथ ही लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा भी की। बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने साथ में भोजन भी किया। चर्चा के दौरान राजा ने जहां नेता जी (मुलायम सिंह) के साथ सियासी सफर का जिक्र किया। कहा कि अपने राजनैतिक जीवन का अधिकांश हिस्सा तो उन्होंने सपा को ही दिया है। नेता जी ने भी उन्हें उसी तरह सम्मान दिया था। हालांकि नरेश उत्तम के प्रस्ताव पर राजा ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया।
माना जा रहा है कि सपा के विधायकों की संख्या और पल्लवी पटेल की नाराजगी के बाद राज्यसभा चुनाव में सपा की चुनौती बढ़ गई है। इसे देखते हुए ही अखिलेश ने ‘डैमेज कंट्रोल’ के तहत राजा से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए उन्हें साधने का प्रयास शुरू किया है। राजा भैया के पास दो विधायक हैं, एक तो कुंडा से वे खुद और दूसरे बाबागंज से विनोद सोनकर। इसलिए अखिलेश चाहते हैं कि राजा साथ आ जाएं तो उनकी चुनौती काफी हद तक कम हो सकती है।