यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
“मैं सच्चाई को देखता हूं, सच्चाई बोलता हूं। यह बात मेरे खून में है, यह मेरी तपस्या है, उसको मैं करता जाऊंगा। चाहे मुझे अयोग्य ठहराएं, मारे-पीटें, जेल में डालें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मुझे अपनी तपस्या करनी है।’’ लोकसभा से सदस्यता रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान यह बात कही। राहुल गांधी ने दावा किया कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे डरे हुए थे कि वह सदन में अडाणी मामले पर अपना अगला भाषण देने वाले थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं और डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडाणी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है।
राहुल गांधी ने पूछा कि अडानी समूह में 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया गया है, वो पैसा किसका है? उन्होंने दावा किया कि उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इससे डरे हुए थे कि वह फिर से सदन में अडाणी मामले पर बोलेंगे। राहुल गांधी ने कहा, “अदाणी जी की शेल कंपनी हैं, उनमें 20 हजार करोड़ रुपया किसी ने निवेश किया है, ये पैसे किसके हैं? यह सवाल मैंने पूछा। मोदी जी और अडाणी जी के रिश्ते के बारे में पूछा। मेरी बातों को सदन की कार्यवाही से हटाया गया।”
राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय के अपमान करने के भाजपा के आरोप पर कहा कि मैंने हमेशा भाईचारे की बात की है। उन्होंने कहा कि अयोग्य ठहराने, मंत्रियों द्वारा आरोप लगाने का पूरा मामला का खेल अडानी मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए खेला गया।