यूपी80 न्यूज, लखनऊ
कांग्रेस Congress के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi की संसद सदस्यता रद्द होने को लेकर कांग्रेसी नेताओं में गहरी नाराजगी है। इस फैसले के खिलाफ कांग्रेसी नेताओं एवं पदाधिकारियों ने पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन किया है। उधर, इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल Arvind Kejriwal एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने भी नाराजगी जताई है। हालांकि इस मामले में बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती Mayawati और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार Nitish Kumar खामोश हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल Arvind Kejriwal ने सदस्यता रद्द होने के मामले में नाराजगी जताते हुए कहा है,
“लोकसभा में राहुल गांधी जी का निष्कासन चौंकाने वाला है। देश बहुत कठिन दौर से गुजर रहा है। पूरे देश को इन्होंने डरा कर रखा हुआ है। 130 करोड़ लोगों को इनकी अहंकारी सत्ता के खिलाफ एकत्र होना होगा।”

सपा प्रमुख अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने कहा,
“संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती खत्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं, सड़क पर लड़कर जीते गए हैं।
जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गए, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुंची है।”

उधर, इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है। दोनों प्रमुख नेता फिलहाल राहुल गांधी मामले से दूरी बनाए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेसजनों ने किया धरना- प्रदर्शन:
उधर, राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने से उत्तर प्रदेश के कांग्रेसजनों में गहरी नाराजगी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राजभवन की ओर कूच किया, लेकिन पुलिस ने भारी बैरीकेड लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक दिया। तत्पश्चात कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया। जहां पर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा है कि झूठ और भ्रष्टाचार के खिलाफ राहुल गांधी जी द्वारा लिये गये संकल्प से पीछे नहीं हटेंगे और मोदी-योगी की हिटलर शाही के खिलाफ कांग्रेस पार्टी अपना आंदोलन जारी रखेगी। भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र को खत्म करने पर आमादा है। राहुल जी की सदस्यता सम्बन्धी निर्णय कानूनी कम राजनीतिक ज्यादा है।

