यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
लोकसभा चुनाव में भितरघात करने वालो को बीजेपी बख्शने के मूड में बिल्कुल नहीं है। लोककसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ने पर रिपोर्ट हाईकमान को भेजी गई है।
सूत्रों का दावा है कि भितरघातियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। भितरघाती विधायक बीजेपी नेतृत्व के रडार पर हैं। विधानसभा चुना में करीब 100 बीजेपी विधायकों के टिकट कटने के आसार हैं। जातीय समीकरण पक्ष में होने के बावजूद कई विधायक अपनी ही सीट नहीं जिता पाए। हार की समीक्षा कर रही बीजेपी की स्पेशल टीम ने प्रदेश नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपी है।
2022 में बीजेपी ने 80 विधायकों के टिकट काटे थे।रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि विधायकों ने लोकसभा कैंडिडेट के खिलाफ माहौल बनाया। कई विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों की निष्क्रियता से नुकसान हुआ। ऐसे विधायको का ब्योरा तैयार है। सहयोगी दलों ने भी विधायकों की भूमिका को लेकर रिपोर्ट दी है। 2027 के चुनाव में रिपोर्ट को ध्यान में रखकर ही पार्टी टिकट वितरण करेगी। बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो हर समय अगले इलेक्शन की बाबत सतत प्रयास करती रहती है। एक टास्क खत्म होते ही अगला टास्क कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को थमा दिया जाता है। पहली बार बीजेपी मात खा गई है। दूध का जला छाछ भी फूंक फूंककर पीता है। ओवर कांफिडेंस और बीजेपी के कुछ बड़बोले लीडरों के सभी 80 पर जीत के दावे ले बीते।
डिप्टी सीएम ने तो समाजवादी पार्टी का नामकरण समाप्तवादी पार्टी तक रख दिया था, लेकिन नतीजे ने संसद में देश की तीसरी बड़ी पार्टी बना दिया है। लाइन तो सपा ने बड़ी खीच ही दी है। इसलिए बीजेपी 2027 के मद्देनजर अभी से फॉर्म में आ गई है। अब बड़बोले नेताओं और भितरघातियों पर हाईकमान की नजर बराबर रहेगी।