यूपी सरकार की संविदा नीति के खिलाफ प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी, ‘युवा हल्ला बोल’ ने जताया रोष
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 70वां जन्मदिवस Birthday of PM Narendra Modi को देशभर के युवाओं ने “जुमला दिवस Jumala Day” और “राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस National Unemployment Day” के तौर पर मनाया। ‘युवा हल्ला बोल’ आंदोलन की अपील पर आज युवाओं ने “जुमला दिवस” मनाया तो कई अन्य युवा संगठनों और राजनीतिक दलों ने “राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस” का आह्वान भी किया। बगैर मीडिया के सहयोग के देश के बेरोज़गार युवाओं ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर बेरोजगारी के खिलाफ हुंकार भरा। ‘युवा हल्ला बोल Yuva Halla Bol’ आंदोलन से जुड़े अलग-अलग समूहों और भर्तियों से संबंधित बेरोज़गार छात्रों ने कहा कि मोदी जी द्वारा युवाओं से किये गए वादे सिर्फ जुमले साबित हुए हैं। यही कारण है कि इस दिन को “जुमला दिवस” की तरह मनाकर बेरोज़गारी के सवाल पर देश का ध्यान आकृष्ट किया गया।
‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम ने कहा कि देश का विकास तभी संभव है जब इस भीषण बेरोज़गारी को दूर करने के उपाय किये जाएंगे। इस सफल डिजिटल प्रोटेस्ट पर सभी को बधाई देते हुए अनुपम ने कहा कि बिना टीवी मीडिया की मदद के और बिना राजनीतिक दलों के आगे पीछे किए युवाओं ने आज अपना एजेंडा खुद सेट कर लिया। 17 सितम्बर के जुमला दिवस और बेरोज़गारी दिवस की ज़ोरदार सफलता से मोदी जी को ये भी संदेश मिल गया होगा कि देश के युवा कितने “आत्मनिर्भर” हो चुके हैं। अब ये बेरोज़गार युवा मीडिया या पार्टियों के भरोसे नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नई संविदा नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज की सूचना पर ‘युवा हल्ला बोल’ ने नाराजगी दिखाई। शहर के बालसन चौराहे पर युवा मंच के नेतृत्व में भारी संख्या में युवाओं ने संविदा नियमावली को वापिस लेने की मांग की जिसके बाद उन पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी की खबर है। ‘युवा हल्ला बोल’ ने युवाओं पर हुई पुलिस की कार्रवाई पर रोष प्रकट किया है।
‘युवा हल्ला बोल’ के नेशनल कॉर्डिनेटर गोविंद मिश्रा ने बताया कि संगठन के हेल्पलाइन पर छात्र युवा लगातार संपर्क करके अपनी व्यथा और पीड़ा साझा कर रहे हैं। कई तरह की सरकारी भर्तियां हैं जिनमें या तो विज्ञापन नहीं निकलता, या परीक्षा नहीं होती, या धांधली गड़बड़ी हो जाती है, या परिणाम नहीं निकलता या फिर समय पर नियुक्ति नहीं मिलती। ‘युवा हल्ला बोल’ इन मुद्दों को आगे भी मजबूती से उठाकर न्याय की लड़ाई लड़ता रहेगा।
‘युवा हल्ला बोल’ ने मांग की है कि केंद्र सरकार और इसके मुखिया युवाओं से किये गए अपने वादों को जल्द से जल्द पूरा करे। वरना कहीं ऐसा न हो कि आने वाले हर साल 17 सितंबर को ‘जुमला दिवस’ की तरह ही याद किया जाने लगे।