यूपी80 न्यूज, बलिया
जन्म से ही आंखों की रौशनी न होने के बावजूद 11 वर्षीय ओमजी Omji के हौसले बुलंद हैं। इतनी छोटी उम्र में ही ओमजी अपनी पहचान को मोहताज नहीं है। गायकी Singer को ही जीवन का लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने वाले ओमजी के दो दर्जन से अधिक एलबम रिलीज हो चुके हैं। मार्केट में एलबम के चलने के बावजूद वह म्यूजिक कम्पनियों की चीटिंग Cheating के चलते आर्थिक लाभ से वंचित है।
बेल्थरारोड के सोनाडीह स्थित कम्पोजिट विद्यालय में कक्षा 6 के छात्र 11 वर्षीय ओमजी जन्म से ही देखने में असमर्थ है। बचपन से ही गायकी में रुचि रखने वाले ओमजी को उसकी मां ने प्रोत्साहित किया। मां प्रतिमा देवी से प्रोत्साहन पाकर वह अपनी गायकी को लेकर गंभीर हो गया और रियाज़ शुरू कर दिया। ओमजी की गायन प्रतिभा को देखते हुए उसके पिता शिवकुमार चौहान उसे अपने साथ दिल्ली ले गए।
दिल्ली में सबसे पहले उसकी मुलाकात एएचयू म्यूजिक कम्पनी से हुई। जहां कम्पनी की तरफ से उसे एक कविता गाने को मिला। ओमजी ने बताया कि उन्होंने उस कविता को गाने का शक्ल देकर उसे गाना शुरू किया। नन्हें बच्चे की प्रतिभा को देख उक्त कम्पनी ने उसके गाए गानों के कई एल्बम बनाए। बाद में फिर लोटस म्यूजिक कंपनी के लिए भी उसने अपनी अपना आवाज रिकॉर्ड करायी। ओमजी ने इसी दौरान भोजपुरी के स्टार गायक खेसारी लाल से भी मुलाकात की। खेसारी लाल ने बच्चे को आगे चांस देने का वादा किया। तथा ओमजी के पिता का फोन नम्बर भी लिया। लेकिन अफसोस आज तक ओमजी के परिवार को खेसारी लाल के फोन का इंतजार है।
एसआरबी म्यूजिक कंपनी से भी जुड़े ओमजी ने गाने रिकॉर्ड कराए। इतना सबकुछ के बावजूद वह म्यूजिक कम्पनियों के चिटिंग का शिकार होते रहे। आज मार्केट में उनके गाए दो दर्जन से अधिक एलबम चल रहे हैं, परन्तु उसका उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है। बच्चे की ना जानकारी में छपरा बिहार की एक कम्पनी ने उसकी आवाज के साथ अनुबंध भी कर लिया है। जिस पर केस दर्ज कराने के लिए उसके पिता कानूनी सलाह लें रहे हैं। वैसे इन सब के बावजूद ओमजी के हौसले बुलंद हैं तथा वह गायकी के क्षेत्र में बड़ी बड़ी कंपनियों के लिए एलबम बनाने की सोच रखता है।