यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
लोकसभा में भारतीय जनात पार्टी को एक बड़ा झटका लग सकता है। टीएमसी उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी ने बीजेपी के सिंबल पर भदोही से चुनाव लड़ने वाले डा. विनोद बिंद के खिलाफ हाई कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने उनकी जीत को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी है।

दायर की गई याचिका में बिंद के निर्वाचन को अमान्य घोषित करने की मांग की है। श्री त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि बिंद ने निषाद पार्टी में रहते हुए भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा है। उनके इस कृत्य को संविधान की 10वीं अनुसूची एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। उन्होंने मांग की है कि बीजेपी सांसद का निर्वाचन अमान्य किया जाए। इस संदर्भ में सोशल मीडिया साइट एक्स पर उन्होंने जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि किसी अन्य दल का सदस्य रहते हुए भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 78 -भदोही लोकसभा से उम्मीदवार बनकर डॉ विनोद कुमार बिंद ने संविधान की 10वीं अनुसूची एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के नियमों का उल्लंघन किया है।
टीएमसी नेता ललितेश पति त्रिपाठी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मैंने मामले में इलाहाबाद के रजिस्ट्रार जनरल के समक्ष एक याचिका प्रस्तुत की है। जिसमें भदोही लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में डॉ विनोद कुमार बिंद के निर्वाचन को अमान्य घोषित करने की मांग की है। बीजेपी के सिंबल पर भदोही से चुनाव में उतरे डा. विनोद बिंद ने ही टीएमसी उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी को चुनाव में हरा दिया था।
इसके पहले भी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र और मझवां विधानसभा सीट से पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी को 2022 के विधानसभा चुनाव में भी डॉक्टर विनोद बिंद ने निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव हरा दिया था। जब ललितेश पति त्रिपाठी ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की तो उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात करके अपने लिए भदोही लोकसभा सीट मांगी थी। अखिलेश यादव ने उन्हें अपने कोटे की एक सीट दे दी, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी सहयोगी निषाद पार्टी के विधायक डॉ. विनोद बिंद को भाजपा उम्मीदवार बनाकर उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतार दिया था।