यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बलिया जनपद के भीमपुरा थाना पुलिस द्वारा आजाद अधिकार सेना के जिला उपाध्यक्ष व उनकी पत्नी के साथ मारपीट के मामले में सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी से वीडियो संदेश के माध्यमों से शिकायत भेज कर पुलिस द्वारा की गई मारपीट एवं अन्य गंभीर आपराधिक कृत्यों के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इस मामले में सीओ रसड़ा ने मारपीट की बात से इंकार किया है।
मामले के सम्बन्ध में अमिताभ ठाकुर ने अपने X पोस्ट पर लिखा है कि कल शाम सिंहासन चौहान का एक प्रार्थना पत्र भीमपुरा थाना द्वारा रिसीव नहीं किया गया। इससे नाराज होकर वह अपनी पत्नी लीलावती देवी के साथ थाने के बाहर ही धरने पर बैठे गए। जिसपर अधिकारियों ने उनसे समुचित कार्रवाई की बात कही थी।
उपाध्यक्ष @azadadhikarsena बलिया @chauhans11, पत्नी के साथ थाना भीमपुरा @balliapolice पर कल रात मारपीट की हमारी शिकायत को CO रसड़ा द्वारा गलत बताया जाना स्वयं में असत्य है. अतः मैं कल SP व @dmballia से मिलकर जांच, कार्यवाही की मांग करूंगा.@UPGovt@Uppolice@adgzonevaranasi pic.twitter.com/WnsiFd9OXu
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) November 27, 2023
रात्रि लगभग 8 बजे सिंहासन चौहान ने उन्हें कहा था कि उनका एफआईआर दर्ज किया जा रहा है। किंतु इसके बाद रात्रि लगभग 11 बजे थाने की पुलिस ने सिंहासन चौहान, उनकी पत्नी लीलावती देवी, भतीजे आदर्श चौहान और भाई सत्यवान चौहान के साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोप लगाया है कि पुलिस ने पत्नी और उन्हें बुरी तरह मारा पीटा। उनकी पत्नी को थाने में घसीटा गया और सिंहासन चौहान के विरुद्ध कोई फर्जी कार्यवाही दिखाते हुए उन्हें थाने में बंद कर दिया गया। इस दौरान पुलिस वालों ने अमिताभ ठाकुर और आजाद अधिकार सेना के लिए भी अपशब्द कहे।
उन्होंने आगे लिखा है कि उसके बाद उनकी पत्नी को जबरदस्ती थाने की जीप से लाकर उनके गांव छोड़कर छोड़ा गया।
अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी से कहा कि यदि इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों का निलंबन और एफआईआर दर्ज नहीं होता है तो उनकी पार्टी इस संबंध में सक्षम फोरम पर समस्त आवश्यक कार्रवाई करेगी। इस मामले को लेकर मंगलवार को अमिताभ ठाकुर बलिया पहुंच कर एसपी से मुलाकात करेंगे।
सीओ रसड़ा का बयान:
उधर सीओ रसड़ा मो फहीम ने बताया कि सिंहासन चौहान को भीमपुरा थाना में एक दूसरे पीड़ित का पक्ष लेकर पुलिस से उलझने के बावत शांति भंग की धारा में चालान किया गया है। इस दौरान उन्होंने किसी भी प्रकार की मारपीट की घटना से इंकार किया है।