यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ/उन्नाव
उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के ग्राम कबीरपुर खंभौली निवासी स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कानपुर नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर स्नान करते समय गहरे पानी में चले गए। उनके साथियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह गंगा की तेज धारा में विलीन हो गए। वह बिहार कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री के निजी सचिव के चचेरे भाई हैं। उनकी खोज के लिए एनडीआरएफ टीम बुलाई गई है।
कबीरपुर खंभौली निवासी रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं। वह मौजूदा समय में लखनऊ के मोहल्ला अलीगंज में रहते हैं। उनका बेटा आदित्य वर्धन गौरव वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद पर कार्यरत है। आदित्य वर्धन गौरव शनिवार को अपने मित्र लखनऊ निवासी योगेश्वर मिश्र और प्रदीप तिवारी के साथ अपनी कार से गंगा स्नान करने आए थे। उन्हें गंगा स्नान करने के बाद अपने पैतृक गांव कबीरपुर खंभौली जाना था। चारों लोग कानपुर नगर के बिल्हौर थाना क्षेत्र स्थित नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने लगे। अचानक उनका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी मे चले गये। साथियों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सके।
खबर मिलते ही परिजन आनन- फानन गंगा तट पर जा पहुंचे। बिल्हौर पुलिस स्थानीय गोताखोरों को नदी के गहरे पानी में उतारकर उनकी खोज करने में जुटी है।
एनडीआरएफ की टीम डूबे डिप्टी डायरेक्टर की खोज करने में जुटी है। डूबते समय आदित्य वर्धन ने बचाने के लिए शोर मचाया तो साथी प्रदीप ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद मल्लाह शैलेश कश्यप निवासी ग्राम नानामऊ से डूब रहे मित्र को बचाने की गुहार लगाई। मल्लाह ने दस हजार रुपए तुरंत उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की। प्रदीप तिवारी ने 10 हजार रुपए मल्लाह के खाते में ट्रांसफर भी कर दिए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आदित्य वर्धन गंगा नदी की तेज धारा में विलीन हो चुके थे ।मल्लाह शैलेश कश्यप अपनी नाव गंगा तट पर ही छोड़ कर घटनास्थल से भाग निकला। डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव की पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं। बहन गुड़िया वर्तमान में आस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात है।












