लखनऊ
सपा के संस्थापक सदस्य पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा Ex MP Ravi Prakash Verma का कांग्रेस में शामिल होना, सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर Omprakash Rajbhar का सपा गठबंधन से छिटक जाना, उत्तर प्रदेश में पिछड़ों OBC की स्थिति जैसे गंभीर मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व अंबेडकर नगर जनपद के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक लालजी वर्मा Lalji Verma से यूपी80 की विशेष बातचीत:
सवाल:
चार बार के सांसद एवं सपा के संस्थापक सदस्य रवि प्रकाश वर्मा Ravi Prakash Verma कांग्रेस में चले गए। इसका तराई में कितना असर पड़ेगा?
जवाब:
देखिए, रवि प्रकाश वर्मा जी के कांग्रेस में शामिल होने का पार्टी के जनाधार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। रवि प्रकाश वर्मा जी की क्षेत्र में स्वीकार्यता कम हो गई थी। कुछ महीने पूर्व हुए गोला उपचुनाव का परिणाम इसका ताजा उदाहरण है। गोला उपचुनाव में रवि प्रकाश वर्मा के पसंद के प्रत्याशी को उतारा गया था।
सवाल:
आखिर रवि प्रकाश वर्मा का सपा से मोह भंग क्यों हुआ?
जवाब:
रवि प्रकाश वर्मा जी का निर्णय वर्तमान परिस्थितियों में उचित नहीं था। पार्टी ने उन्हें सदैव सम्मान दिया। लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद उन्हें राज्यसभा भेजा गया। उनकी पुत्री को लोकसभा का टिकट दिया गया।
सवाल:
आप आजमगढ़ के प्रभारी हैं। पिछले साल हुए उपचुनाव में पार्टी को अपने गढ़ में हार का सामना करना पड़ा था। क्या 2024 में फिर से प्रतिष्ठा वापस आ पाएगी?
जवाब:
देखिए, 2024 में आजमगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी का असर दिखेगा। आजमगढ़ में हम 100 फीसदी जीतेंगे और बड़े अंतर से जीतेंगे। हमें पूर्ण विश्वास है। जनता भाजपा की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त हो गई है।
सवाल:
सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर दूसरे खेमे में चले गए हैं। इस बार बीएसपी भी साथ नहीं है। ऐसे में पूर्वांचल की घोसी, सलेमपुर, गाजीपुर, जौनपुर जैसी राजभर बाहुल्य सीटों पर कितना असर पड़ेगा?
जवाब:
देखिए, ओमप्रकाश राजभर और उनकी पार्टी भाजपा के साथ गई है, लेकिन राजभर समाज नहीं गया है। राजभर समाज हमारे साथ है। पार्टी में पूर्व मंत्री रामअचल राजभर, पूर्व सांसद रमाशंकर राजभर, विधायक कमलाकांत राजभर जैसे जमीनी नेता हैं, जिनकी समाज में अच्छी पकड़ है। इनके अलावा सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी भी हमारे साथ है। फिलहाल बीजेपी के कुशासन से जनता छूटकारा चाहती है। इसलिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में हमारी जीत होगी।
सवाल:
2024 में यूपी में एनडीए को इंडिया गठबंधन कितना चुनौती देगा?
जवाब:
देखिए, समाजवादी पार्टी संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ.भीम राव आंबेडकर जी, डॉ.राम मनोहर लोहिया जी एवं मान्यवर कांशीराम जी जैसे महापुरुषों के सिद्धांतों पर चलते हुए सर्व समाज को जोड़ने का काम कर रही है। हमारे साथ सामान्य वर्ग के समतामूलक समाज की स्थापना करने वाले लोग भी हैं। ऐसे में अब एनडीए सरकार की विदाई का वक्त आ गया है। अब इंडिया गठबंधन आएगा। उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश की जनता भाजपा की जनविरोधी नीतियों से परेशान है। प्रदेश का पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक, किसान, व्यापारी सभी परेशान हैं।
सवाल: 2024 में आपकी क्या भूमिका होगी?
जवाब:
मैं समाजवादी पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूं। पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा।
सवाल:
केंद्र की मोदी व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार खुद को पिछड़ों का सबसे बड़ा हितैषी बता रही है। इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब:
केंद्र की मोदी व उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दलित, पिछड़ा, किसान, अल्पसंख्यक विरोधी है। इस सरकार में दलित व पिछड़ों का अधिकार धीरे-धीरे समाप्त किया जा रहा है। यूपीएससी सहित विभिन्न भर्तियों में ओबीसी, एससी-एसर्टी वर्ग के अभ्यर्थियों की संख्या में गिरावट आई है। कई परीक्षाओं में ओबीसी वर्ग का कट-ऑफ सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से ज्यादा रखा गया।
इसी तरह 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के आदेशों की अवहेलना की गई। 18 हजार से ज्यादा आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों का हक मारा गया।
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