वाराणसी के आयुक्त ऑडिटोरियम में आयोजित ‘जनपद स्तरीय निवेश कुंभ’ में किया गया
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 10 से 12 फरवरी तक तीन दिवसीय लखनऊ Lucknow में आयोजित ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ UPGIS2023 का शुभारम्भ शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया। जिसका प्रसारण वाराणसी Varanasi के आयुक्त ऑडिटोरियम में आयोजित ‘जनपद स्तरीय निवेश कुंभ में किया गया। इंवेस्टर्स समिट के दौरान वाराणसी में 22 विभागों के 434 एमओयू हस्ताक्षरित हुए, जिसमें 13621.91 करोड़ रुपए का निवेश होगा।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन, आयुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण अभिषेक गोयल, उमेश कुमार सिंह संयुक्त आयुक्त उद्योग, वाराणसी मण्डल एवं मोहन कुमार शर्मा उपायुक्त उद्योग के अलावा औद्योगिक / व्यापारिक / निर्यातक / टूरिज्म / रियल इस्टेट संगठनों के पदाधिकारीगण एवं निवेशकों, समस्त सम्बन्धित विभागों के लोग उपस्थित रहे। जनपद के प्रमुख उद्यमीगण राजेश भाटिया, राष्ट्रीय सचिव, आईआईए नीरज पारिख, महामंत्री, आईआईए एवं लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधि, महाविद्यालयों के स्नातक एवं परास्नातक के लगभग 150 छात्र छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।

वाराणसी जनपद में 13621.91 करोड़ का निवेश:
इंवेस्टर्स समिट के दौरान वाराणसी में 22 विभागों के 434 एमओयू हस्ताक्षरित हुए, जिसमें 13621.91 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसमें एमएसएमई विभाग में 212 निवेशकों ने 5403.74 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश प्रस्ताव उपलब्ध कराया है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में आयोजित यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सांसद के रूप मे भी मैं आप सभी का स्वागत करता हूं। उत्तर प्रदेश की धरती गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक वैभव समेटे हुए है। पहले प्रदेश की पहचान बीमारू राज्य, घोटाला राज्य तथा खराब कानून व्यवस्था के लिए जाना जाता था, लेकिन प्रदेश ने पिछले 6 साल में ही अपनी पहचान वेल्थ क्रिएटर के रूप में, मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर, के रूप में पहचान बनाई है। पीएम मोदी ने कहा कि यह निवेश सबके लिए शुभ हो, मंगल हो यही मेरी कामना है। भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और आगे कुछ दशकों तक यह बढ़ोत्तरी जारी रहेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मंत्र रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म व परफार्म मॉडल को अपनाते हुए प्रदेश ने बहुत सुधार किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने अपने निर्यात को दोगुना किया है। उत्तर प्रदेश भारत की फूड बास्केट के रूप में जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस निवेश सम्मेलन में 6343 निवेश एमओयू हुए हैं तथा इससे लगभग 32 लाख करोड़ के निवेश होंगे जिससे की लगभग 95 लाख नौकरियां सृजित होंगी। प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकाला गया है तथा उद्योगपतियों को मैं विश्वास दिलाता हुँ कि आपके साथ सरकार मजबूती से खड़ी है।
लखनऊ कार्यक्रम में उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला, मुकेश अंबानी, नटराजन चंद्रशेखरन चेयरमैन टाटा, ज्यूरिख एयरपोर्ट एशिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेनियल बिचर आदि लोगों द्वारा भारत तथा उत्तर प्रदेश में निवेश के संबंध में हुए सुधार पर बात रखी गयी।