प्राथमिक विद्यालयों में तय मानक से 50 फीसद तक पद रिक्त हैं: अनिल सिंह
यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आगामी प्रस्तावित भर्तियों में प्राथमिक शिक्षक भर्ती को शामिल न करने से नाराज छात्रों ने रविवार को सोशल मीडिया पर अभियान चला कर सभी रिक्त पदों पर तत्काल चयन प्रक्रिया शुरू करने की मांग की। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र के जरिए मांग की है कि सपा सरकार द्वारा समायोजित शिक्षकों की सुप्रीम कोर्ट द्वारा बर्खास्तगी से रिक्त हुए शिक्षक पदों पर दो चरणों में की गई भर्ती के अतिरिक्त 2017 के बाद की अवधि में योगी सरकार द्वारा कोई भर्ती नहीं की गई। खुद बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा विधानसभा में जानकारी दी गई है कि बेसिक शिक्षा विभाग में सीधी भर्ती प्रक्रिया में 63 हजार और प्रोन्नति भर्ती प्रक्रिया में 63 हजार पद रिक्त हैं। प्रोन्नति के बाद प्राथमिक विद्यालयों में 1.26 लाख पद रिक्त हो जायेंगे। हालांकि यूनेस्को समेत अन्य रिपोर्ट में बेसिक शिक्षा विभाग में तय मानक के अनुसार 3 लाख से ज्यादा पद रिक्त हैं।
युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा है कि हमारे संगठन की टीम ने सोनभद्र समेत तमाम पिछड़े जनपदों में जमीनी स्तर पर सर्वे में देखा है कि प्राथमिक विद्यालयों में तय मानक से 50 फीसद तक पद रिक्त हैं। इसी तरह शासकीय-अशासकीय माध्यमिक विद्यालय व महाविद्यालय से लेकर स्वास्थ्य विभाग समेत सभी विभागों में बड़े पैमाने पर पद रिक्त हैं। कम से कम समूह ग के ही एक लाख पदों के रिक्त होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि पीईटी तो समय से हो रही है लेकिन इन एक लाख रिक्त पदों को भरने के लिए मुख्य परीक्षाओं का अतापता नहीं है। इसी तरह चयन बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति करने को लेकर भी सरकार गंभीर नहीं है। युवा मंच ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द लाखों रिक्त पदों को भरने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू नहीं की तो छात्र प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसके लिए जल्द ही मीटिंग बुलाई जायेगी।