यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बांट माप मंत्री आशीष पटेल की अध्यक्षता में शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग निर्माण भवन के विश्वेश्वरैया सभागार लखनऊ में उत्तर प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को लेकर प्राविधिक विभाग के साथ जुड़े उद्योगों, शैक्षणिक समूहों स्टार्टअप इनक्यूबेटर व अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों के प्रमुख निवेशकों के साथ एक परिचर्चा आयोजित की गई। श्री पटेल ने निवेशकों को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व तथा मुख्यमंत्री योगी के कुशल संचालन में उत्तर प्रदेश ‘‘ईज ऑफ डूइंग’’ में उत्कृष्ट स्थान पर रहकर भारत का ग्रोथ इंजन बन रहा है।
श्री पटेल ने बताया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग हेतु प्रदेश सरकार ने 5000 करोड़ रुपये का निवेश लक्षित किया गया है, जिसकी पूर्ति हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 149 इन्वेस्टर द्वारा प्राविधिक शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न संस्थानों, स्टार्ट-अप्स एवं उद्योगों के माध्यम से 3034 करोड रुपये के प्राप्त निवेश प्रस्ताव पर एमओयू किया गया है। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों से अपील करते हुए कहा कि यूपी के विद्यार्थियों को प्रदेश में ही सर्वश्रेष्ठ तकनीकी शिक्षा मिल सके इसके लिए कार्य करें।
बैठक में आये हुये निवेशकों ने प्राविधिक शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि विभागीय योजनाओं के नियमों को उद्योगों की मांग के अनुरूप और व्यावहारिक बनाये जाने की आवश्यकता है, जिससे कि विभिन्न समस्याओं का तत्काल निराकरण हो सके। इस पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने निवेशकों से कहा कि आप निवेश के नवीन रास्ते सुझायें, प्रदेश सरकार उनको लागू करने, आपको बेहतर अवसर तथा भौतिक एवं वित्तीय संसाधन उपलब्ध करायेगी।
इस परिचर्चा में प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि आस्ट्रेलिया और, सिंगापुर देशों में जाकर वहां के निवेशकों से मिला। वहाँ के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए बहुत अधिक तत्पर हैं। सरकार चाहती है कि इस कार्य में उत्तर प्रदेश तथा भारत के निवेशक भी सहभागी बनें। पी०पी०पी० मोड पर वर्त्तमान में 2 राजकीय पालीटेक्निक सत्र 2021-22 से संचालित है तथा सत्र 2023-24 से 4 अन्य संस्थान संचालित किया जाना है। अगले चरण हेतु चिन्हित 15 संस्थानों हेतु निविदा आमंत्रण की कार्यवाही प्रक्रियान्तर्गत है।
पालीटेक्निक संस्थानों को पी0पी0पी0 मॉडल पर संचालित करा रहा है, जिसके माध्यम से शिक्षण प्रशिक्षण में निजी सहभागिता के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता को बढ़ाना मूल उद्देश्य है।