यूपी80 न्यूज, छतरपुर
मध्य प्रदेश के गढ़ीमलहरा, जनपद छतरपुर में ओबीसी महासभा की “सामाजिक परिवर्तन एवं विशाल आमसभा” हुयी, जिसमें फैसला हुआ कि जो जाति-जनगणना की बात करेगा, उसे ही ओबीसी वर्ग वोट करेगा। ओबीसी महासभा मध्यप्रदेश की राजनीति अब तय करेगा। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी 52 प्रतिशत से ज्यादा है। अतः उसी अनुपात में सरकारी नौकारियों, शिक्षा संस्थाओं, विधानसभा और पंचायत स्तर पर आरक्षण की मांग उठी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री, विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य Swami Prasad Maurya ने केंद्र सरकार के खिलाफ गरजते हुए कहा कि 1990 में मण्डल कमीशन लागू हुआ था, उसके बाद से 100 से ज्यादा जातियाँ ओबीसी केटेगरी में शामिल हुयी हैं, अब तो आबादी भी ज्यादा हो गयी, लेकिन ओबीसी विरोधी सरकार ने जाति -जनगणना करने से मना कर दिया है। मौर्य ने झूठे ओबीसी नेताओं से सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान दोनों ही झूठे ओबीसी साबित हुए।
राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. अनूप पटेल ने ऐलान किया कि जो जाति-जनगणना की बात करेगा, मध्यप्रदेश सहित देश में उसी का राज चलेगा। अब ओबीसी महासभा ने एससी,एसटी और ओबीसी प्रत्याशी को ही मध्यप्रदेश में वोट करेगा। उन्होने केंद्र सरकार से मण्डल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने को कहा।
डॉ. पटेल ने निजी क्षेत्र में ओबीसी आरक्षण को लागू करने पर जोर दिया। साथ ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ओबीसी वर्ग के लिये हॉस्टल एलॉटमेंट में आरक्षण सुनिश्चित करने को कहा।
ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य लोकेन्द्र गुर्जर, राष्ट्रीय प्रवक्ता विश्वजीत रतोनिया सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी महासभा के मिशन को मजबूत करने पर जोर दिया। कार्यक्रम के संयोजक पूर्व विधायक RD प्रजापति, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया सहित जिला पदाधिकारियों की मेहनत का नतीजा है कि कार्यक्रम मे हजारों लोग जुटे।