केके वर्मा, लखनऊ
जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया Raja Bhaiya ने समाजवादी पार्टी Samajwadi Party और संभल Sambhal में पत्थरबाजी करने वालों को आईना दिखाया है। समाजवादी पार्टी के विधायक भले ही इस मुगालते में रहते हैं कि राजा भैया समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं, लेकिन राजा भैया ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है। आज यूपी विधानसभा सत्र में राजा भैया के इस बयान ने उनकी मंशा साफ कर दिया है।
सपा के एक विधायक ने संभल पर चर्चा करते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की। उसके बाद राजा भैया अपनी कुर्सी से खड़े हुए और सपा विधायक का जवाब देते हुए कहा संभल में मस्जिद का सर्वे कोर्ट के फैसले के बाद किया गया। अगर कोई पक्ष न्यायालय के सर्वे को बदलना चाहता है या चुनौती देना चाहता है तो वो बड़ी अदालत में जा कर अपील करता है, न कि पत्थरबाजी करना शुरू कर देता है।
राजा भैया ने कहा कि कोर्ट अगर हमारे किसी भी धर्मस्थल का सर्वे करेगी तो हम उसका स्वागत करेंगे, सर्वे करवाएंगे। हम पत्थरबाजी नहीं करेंगे। कुंदरकी को लेकर राजा भैया ने कहा कि कुंदरकी में वोट की लूट हुई थी, इसलिए वहां भाजपा जीत गई, क्योंकि वहां पर मुस्लिम वोट बैंक ज्यादा हैं, इसलिए भाजपा का जीतना वहां संभव नहीं था। इस पर कटाक्ष करते हुए राजा भैया ने कहा कि, क्या रह जरूरी है कि जहां जो वोट बैंक ज्यादा होगा वहां उसी धर्म का विधायक चुना जाएगा। ऐसे तो जहां पर हिंदू वोटर्स ज्यादा हैं वहां मुस्लिम कैंडिडेट अगर जीतता हैं तो उसको भी वोट की लूट मानी जाए। इस तरह की बात को सदन की करवाई से हटाना चाहिए। यह एक विधायक का अपमान हैं। राजा भैया के बयानों से उनका समर्थन भाजपा को मिलता दिख रहा है।
पढ़ते रहिए यूपी80 न्यूज: राजा भैया ने क्यों कहा-यदि यही हाल रहा तो धरना-प्रदर्शन से विधायक-सांसद भागने लगेंगे?