मंत्री राकेश सचान ने कहा- उत्तर प्रदेश सरकार रेशम किसानों Silk Farmers को प्रशिक्षण के लिए कर्नाटक भेजेगी
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा, वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान Rakesh Sachan ने शुक्रवार को सारनाथ Sarnath स्थित मान्यवर कांशीराम जी सिल्क एक्सचेंज परिसर में कर्नाटक सिल्क मार्केटिंग बोर्ड लिमिटेड के सिल्क विक्रय शाखा का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मौके पर उन्होंने कहा कि रेशम Silk का धागा अब बुनकरों को सीधे और आसानी से मिल सकेगा। बिचौलियों middlemen का हस्तक्षेप समाप्त हो गया है। इस सिल्क विक्रय शाखा के माध्यम से बुनकरों को गुणवत्तापरक रेशम का धागा उचित मूल्य पर प्राप्त होगा।

मंत्री राकेश सचान ने बताया कि वर्तमान में यूपी में 44 जनपदों (मुख्यतः तराई क्षेत्र) में शहतूती रेशम तथा विन्ध्य एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 13 जनपदों में टसर रेशम व यमुना के किनारे 8 जनपदों में एरी रेशम का उत्पादन किया जा रहा है। वर्ष 2021-22 में बढ़कर 350 मी0टन का उत्पादन हो गया है।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में बुनकरों को समय से धागा उनकी मांग के अनुसार प्राप्त हो सके, उसके लिए आज उत्तर प्रदेश सरकार के रेशम विभाग एवं कर्नाटक सरकार के रेशम विभाग के उपक्रम कर्नाटका सिल्क मार्केटिंग बोर्ड (के.एस.एम.बी.) के संयुक्त प्रयास से सिल्क एक्सचेंज, वाराणसी के परिसर में धागा विक्रय केन्द्र खोला जा रहा है, जिससे बुनकरों की मांग के अनुसार धागे की आपूर्ति होगी एवं रेशम वस्त्र उत्पादन से रोजगार के साथ आय में वृद्धि होगी।

मंत्री राकेश सचान ने कहा कि रेशम किसानों को प्रशिक्षण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कर्नाटक भी भेजेगी। ताकि वहाँ के लोग रेशम की खेती कैसे करते हैं, यहां के लोग देख सके।
कर्नाटक के मंत्री रेशम, खेल एवं युवा सशक्तिकरण डॉ0 नारायण गौड़ा ने आवश्वस्त किया कि बुनकरों को सस्ते दर पर रेशम धागा उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि डुप्लीकेट रेशम धागों को ओरिजिनल कह कर बुनकरों को देना गलत है। डुप्लीकेट है, तो डुप्लीकेट नहीं बताएं।
उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकल फॉर वोकल की घोषणा के पश्चात भारतीय रेशम ने अब रफ्तार पकड़ी है। उन्होंने रेशम सिल्क एक्सचेन्ज को इस स्तर तक विकसित करने पर बल दिया कि रेशम से बुनाई एवं उत्पाद को प्रदर्शित करते हुए विक्रय की भी यहाँ व्यवस्था कराई जाय।

कार्यक्रम में चेयरमैन कर्नाटका सिल्क मार्केटिंग बोर्ड बी०सी० नारायन स्वामी, विशेष सचिव एवं निदेशक (रेशम) उत्तर प्रदेश सरकार कृष्ण कुमार, केएसएमबी की एमडी डा०अनुराधा के अलावा बड़ी संख्या में बुनकरों की उपस्थिति रही। जिसमें मकबूल हसन, अमरेश कुशवाहा, अमरनाथ मौर्य, बाबूभाई एवं मुबारकपुर से आधुनिक बुनकर समिति के इफ्तखार उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नागेन्द्र राम, सहायक निदेशक (रेशम) का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन आर०एल० मौर्य, सहायक निदेशक (रेशम) एस०पी०सिंह, उपनिदेशक (रेशम), रेशम निदेशालय उ०प्र०, लखनऊ द्वारा किया गया है।