यूपी80 न्यूज, लखनऊ
“मैंने शांति सेना के तौर पर श्रीलंका में लड़ाई लड़ी, मैंने कारगिल की लड़ाई में देश की रक्षा की। लेकिन आज मैं अपनी ही पत्नी और गांव को नहीं बचा सका।” मणिपुर हिंसा Manipur Violence के दौरान जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ है, उनमें से एक पीड़ित महिला के पति ने मीडिया से बात करते हुए यह दर्द बयां किया है। महिला के पति भारतीय सेना Indian Army के असम रेजिमेंट में सूबेदार थे।
भूतपूर्व सैनिक ने बताया कि 4 मई की सुबह एक भीड़ ने इलाके के कई घरों को जला दिया, दोनों महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया और उन्हें लोगों के सामने गांव की सड़क पर चलने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि जब सबकुछ हो रहा था तो पुलिस मौजूद थी। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।
4 मई को हुई इस अमानवीय घटना की 18 मई को पुलिस से शिकायत की गई और पुलिस ने 21 जून को इस मामले में एफआईआर दर्ज की। शिकायत के अनुसार, 4 मई की दोपहर तीन बजे के करीब एक समुदाय के 800 से 1000 लोगों ने उनके गांव पर हमला बोला और घरों में आग लगा दी। इस दौरान नगदी और गहने लूटे गए।
हमला होने पर तीन महिलाएं अपने परिजनों के साथ जंगल की ओर भागी। पुलिस की टीम ने उन्हें बचा लिया और थाने लेकर जा रही थी, इसी दौरान भीड़ ने पुलिस से इन महिलाओं को छीन लिया और इनके पिता की हत्या कर दी। इसके बाद 21, 42 और 52 साल की तीनों महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया गया। चूंकि हिंसा के दौरान मणिपुर में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन यह वीडियो अब वायरल हो रही है।