यूपी 80 न्यूज, मिर्जापुर
मिर्जापुर में चुनावी ड्यूटी के लिए आए सात होमगार्ड्स के जवानों समेत 13 लोगों की लू लगने से मौत हो गई। सभी की हालत बिगड़ने पर मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने यह जानकारी देते हुए कहा कि हमारे तीन मतदान कर्मिक, जिसमें एक चकबंदी अधिकारी उमेश श्रीवास्तव, एक स्वास्थ्य विभाग के लिपिक शिव पूजन श्रीवास्तव और एक सफाई कर्मचारी रवि प्रकाश की तबियत खराब होने से मौत हो गई।
पुलिस अधिक्षक अभिनंदन के अनुसार एक जून 2024 को चुनाव संपन्न कराने के लिए आज पार्टी की रवानगी हुई है और इसी दौरान सात होमगार्ड् के जवानों की दुखद मृत्यु हो गई। इनमें से दो जवान गोंडा, एक प्रयागराज, एक बस्ती, एक कौशांबी और एक मिर्जापुर जनपद का रहने वाला था।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.रवि कमल ने बताया कि सात होमगार्ड्स समेत अब तक 13 लोगों की मौत हुई है। अस्पताल में अभी और जवान भर्ती हैं।
मृत होमगार्ड्स के नाम:
कृष्णपाल अवस्थी
बच्चाराम
सत्यप्रकाश,
राम जियावन यादव
अविनाश पांडेय,
त्रिभुवन सिंह
रामकरन
हीट स्ट्रोक से दो मतदान कर्मियों की मौत, कई आईसीयू में भर्ती
सोनभद्र:
उधर, सोनभद्र में चुनावी ड्यूटी के लिए रवाना हुए पोलिंग पार्टियों में से 11 कर्मियों की हालत बिगड़ने पर जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां 2 कर्मियों की हीट वेव से मौत हो गई। अस्पताल में दर्जनों अन्य पीड़ितों को भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने भर्ती मरीजों का हाल जाना। बता दे कि सातवें चरण के मतदान के लिए आज पोलिंग पार्टियों को लोढ़ि स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज से रवाना किया जा रहा था। जहां मौसम का टेंपरेचर ज्यादा होने की वजह से एक दर्जन के करीब मतदान कर्मियों के स्वास्थ्य बिगड़ने लगी, आनन फानन में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां दो मतदान कर्मियों की मौत हो गई, बाकी का इलाज आईसीयू में चल रहा है।
आईसीयू में तीन मरीज भर्ती है जिनका इलाज़ चल रहा है, जिसमें एक पुलिसकर्मी है। उनकी तत्काल ट्रीटमेंट होने की वजह से हालत अब ठीक है। दो मरीज़ आईसीयू में हैं उनका भी बॉडी टेंपरेचर देखा जा रहा है और उनका इलाज जारी है। इसके अलावा हीट स्ट्रोक वार्ड में जो मरीज़ भर्ती है, उनकी भी हालत अब स्थिर है।
जिला अस्पताल के सीएमओ अश्विन कुमार ने बताया हीट वेव का प्रकोप जारी है। इसका अलर्ट सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल को दिया जा चुका है और इसकी तैयारी भी सब जगह दुरुस्त कर दी गई है। यह प्राकृतिक आपदा है जब हिट ज्यादा बढ़ जाती है और जिनकी बॉडी कमजोर होती है वह इससे पीड़ित हो जाता है।