बकेवर में गोभी की आधी फसल बर्बाद
यूपी80 न्यूज, बकेवर/फतेहपुर
पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश ने फतेहपुर जनपद के बकेवर क्षेत्र में गोभी की खेती को काफी नुकसान पहुंचाया है। क्षेत्र के शाहजहांपुर, बनियनखेड़ा, जलाला, मवईया, लालाबक्सरा में लगभग 2500 बीघा की जाती है। यहां से प्रयागराज, बाँदा, कानपुर, उन्नाव के व्यापारी सीधे खेतों से ही खरीद करते हैं, लेकिन इस साल भारी बारिश के कारण व्यापारी नहीं आये। भारी बारिश के चलते गोभी की फसल 50 प्रतिशत नष्ट हो चुकी है। किसान खड़ी फसल को खेत सूखने पर इंतजार कर रहे हैं।
शाहजहांपुर के भारत भूषण लगभग 50 बीघा, सुदयाल वर्मा 10 बीघा, श्यामबिहारी 6 बीघा, नवल वर्मा 5 बीघा, विनोद यादव 5 बीघा, महादेव वर्मा 7 बीघा, बाराती वर्मा 9 बीघा, जमुना वर्मा 5 बीघा, राजेपाल पासवान 5 बीघा, बाबूराम 6 बीघा, दलवीर यादव 5 बीघा, विनोद वर्मा 2 बीघा और राकेश गौतम 9 बीघा आदि किसानों के लगभग शाहजहांपुर के 1400 बीघे खेती बर्बादी की कगार पर है।
किसान भारत भूषण पाठक का कहना है कि हमारे क्षेत्र में लगभग 1400 बीघे में गोभी की खेती की जाती है। बारिश के कारण लगभग 50 फीसदी फसल नष्ट हो गयी है और शेष 50 फीसदी फसल को बचाने पर लगे है। किसान राकेश गौतम का कहना है कि एक बीघा की फसल के बीज, खाद, जोताई, दवा और निराई में लगभग 20 से 25 हज़ार रुपये लागत लग जाती है, काफी मात्रा में फसल के नष्ट होने से लागत भी नहीं निकल पायेंगी। कुछ किसान ही लागत निकाल पाएंगे।
देवमई:
उधर जनपद के देवमई क्षेत्र में भी भारी बारिश की वजह से फसलों को काफी क्षति पहुंची है। खेतों में खड़ी धान की फसल चौपट हो गई है, इसके अलावा तिलहन की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। देवमई विकासखंड के भैंसौली, मुसाफा, कुचवारा, चकपता, जलाला, सुजावलपुर,औसेरी खेड़ा, गुटईयाखेड़ा, ककरैहा, डारी, कंसाही, केशरीपुर सहित लगभग सभी गांवों में कई जगहों पर तो फसलें पानी में डूब गई हैं। भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ में से हजारों बीघा खड़ी फसल डूब गई है।
तनाव में किसान:
फसल बर्बाद होने से किसानों में मायूसी है। किसी किसान ने कर्ज लेकर फसल बोई है तो किसी ने फसल से होने वाली आमदनी से बच्चों की शादी, पढ़ाई का खर्च निकालने की आस लगाई थी । कुछ लोगों ने कर्ज लेकर बटाई में खेती की बुआई की थी।
आलू की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। किसान रामनारायण साहू, वेद दीक्षित, पप्पू त्रिवेदी, ओमप्रकाश अवस्थी, दिनेश पाल, बब्बन तिवारी, राजू तिवारी सहित तमाम किसान तनाव में हैं।