केके वर्मा, लखनऊ
भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद कहा कि हमने प्रलोभन मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए बैठक की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कपूर ने अफसरों और पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करने का निर्देश दिया है।
निर्वाचन आयोग ने सभी चुनाव खर्च चेक के माध्यम से करने का निर्देश दिया है। प्रत्याशी को खर्च करने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा के अलावा 200 चेक की एक बुक दी जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री कपूर ने कहा कि ईवीएम को लेकर राजनीतिक दलों में आशंका थी। सभी दलों ने ईवीएम का मूवमेंट सरकारी गाड़ी से ही कराने की मांग की है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार यूपी में 15.29 करोड़ मतदाता हैं। प्रदेश के कुछ बूथ महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बनाए जाएंगे। 85 वर्ष के लोगों को वोट डालने के लिए घर से लाने की सुविधा होगी। 40 प्रतिशत से अधिक विकलांग अपने घर से वोट कर सकेंगे। कम मत प्रतिशत वाली जगहों पर जिला निर्वाचन अधिकारी खुद जाएंगे। मल्टी स्टोरी इमारतों में अलग से बूथ बनाए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार के चुनाव में तकनीक का सर्वाधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बार तीन एप लाए जा रहे हैं। एक एप के माध्यम से मतदाता चुनाव में होने वाले प्रलोभन, शराब और पैसों के वितरण के बारे में सीधे चुनाव आयोग से शिकायत कर सकते हैं। वोटर हेल्पलाइन दूसरा एप्लिकेशन है, जिससे वोटर अपनी जानकारी ले सकता है। नो योर कंडीडेट एप्लिकेशन के माध्यम से वोटर अपने कंडीडेट की सारी जानकारी ले सकेगा। उत्तर प्रदेश के 30 जिलों की सीमा नौ राज्यों से लगती हैं। सात जिलों की सीमा पड़ोसी देश नेपाल से लगती हैं। यहां बॉर्डर पर सारी सुरक्षा एजेंसियां काम करेंगी।
शाम 5 बजे के बाद नहीं चलेगी कैश वैन:
आयुक्त ने बताया कि आरबीआई से कहा गया है कि बैंकों की कैश वैन शाम को 5 बजे के बाद नहीं चलेंगी। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव की जिम्मेदारी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की होगी। चुनाव आयोग का लक्ष्य निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभनमुक्त इलेक्शन कराना है। इसमें किसी लेबल पर लापरवाही और चूक नहीं होने दी जा सकती है। लोकतंत्र में मतदान अधिकार है जिसे अवश्य करें।