भदोही निवासी बृजेश प्रताप सिंह को सीओल नेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में उच्च शिक्षा के लिये मिला स्कॉलरशिप
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
रेलवे की तकनीकी गुणवत्ता में सुधार को लेकर रेल मंत्रालय के निदेशक एवं पूर्वांचल के लाल बृजेश प्रताप सिंह साउथ कोरिया में अध्ययन करने जाएंगे। आईईएस बृजेश प्रताप सिंह का चयन कोरियन विश्वविद्यालय में कोरियन गवर्नमेंट स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए हुआ है, जो कि अपने आप में एक कीर्तिमान है।
मूलतः उत्तरप्रदेश के भदोही जिले के अमावां कला के रहने वाले बृजेश प्रताप सिंह की प्रारंभिक शिक्षा प्राइमरी स्कूल अमावां कला में हुई है और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।

बृजेश प्रताप सिंह के पिता मधुसूदन पटेल एक शिक्षक थे और माता फूलपत्ती देवी गृहणी थी। वर्ष 2002 में संघ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा आई ई एस उत्तीर्ण की एवं राष्ट्रीय राजमार्ग असम में श्री सिंह अपर अभियंता बने। तत्पश्चात अयोध्या में अपर अभियंता बने। वर्ष 2007 में बृजेश प्रताप सिंह ने आईईएस की परीक्षा पुन: उत्तीर्ण कर रेल मंत्रालय में ADEN की पद पर आन्ध्र प्रदेश में नियुक्त हुए। वर्तमान में श्री सिंह रेल मंत्रालय में डायरेक्टर ट्रैक -1 पद मानक नगर लखनऊ में तैनात हैं।
बृजेश प्रताप सिंह का कोरियन विश्वविद्यालय सीओल नेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में उच्च शिक्षा के लिये चयन एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। एक सामान्य परिवार से आने वाले बृजेश प्रताप सिंह के बड़े भाई आरबी सिंह उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा में क्लास वन के अधिकारी हैं।