अनूप कुमार सिंह, बाराबंकी
बाराबंकी के मसौली क्षेत्र में ट्यूशन के लिए निकली छात्रा का कार में अपहरण और रेप की वारदात से पुलिस की एंटी रोमियो स्क्वॉड की पोल खुल गई है। परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद पुलिस पीड़िता से बयान बदलने के लिए थाने के चक्कर लगवाती रही।
पीड़िता ने बताया कि 3 जनवरी को 11 बजे वह ट्यूशन के लिए घर से निकली थी। गांव के चौराहे पर पहुंचने पर हेयर कटिंग (शैलून) का काम करने वाले संदीप नाम के युवक और उसके साथी ने सफेद रंग की ऑल्टो कार में घसीट कर अपहरण कर लिया और बेहोशी की हालत में रात भर रेप किया।
पीड़िता ने बताया कि कार में अपहरण के बाद बेहोशी की दवाई मुंह में सुंघाई, जिसके बाद वो लखनऊ में अज्ञात जगह पर एक घर में ले जाकर रात भर रेप किया। वहां इस हैवानियत में मोहल्ले की एक महिला ने भी सहयोग दिया। 4 जनवरी की रात करीब ढाई बजे होश आने पर वहां से बचने के लिए भागी और टैक्सी की मदद से घर पहुंच सकी।
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि बच्ची ने रो रो कर घटना की पूरी कहानी बताई, जिसके बाद पुलिस से कार्यवाही की मदद मांगी। थाने पर पुलिस मदद के बजाय बेटी को धमकाने और थप्पड़ मारने की धमकी देने लगे।
पीड़िता ने बताया कि परिजनों के साथ 5 जनवरी को थाने पर शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने पूरा दिन थाने पर बैठाए रखा और शाम 4 बजे सुबह आने को बोल कर वापस घर भेज दिया। दोबारा 6 जनवरी सुबह थाने पहुँचने पर पुलिस ने मेरी दी शिकायती पत्र को बदल कर केवल छेड़छाड़ की बात लिखने का दबाव बनाने लगे, मना करने पर पुलिस ने धमकी देकर थाने से भगा दिया। थाने से सुनवाई न होने पर दोपहर बाद पीड़िता परिजनों के साथ एसपी ऑफिस पहुंची। वहीं पीड़िता ने पुलिसिया कार्यवाही न होने पर सुइसाइड करने दी धमकी दे दी।
एएसपी ने मुकदमा दर्ज करने के दिए निर्देश:
अपर पुलिस अधीक्षक नार्थ चिरंजीवी नाथ सिन्हा ने बताया कि मामले में पीड़िता की शिकायत पर मसौली पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।