यूपी80 न्यूज, आजमगढ़
आजमगढ़ जनपद के सगड़ी तहसील में एंटी करप्शन की टीम ने घूस लेते हुए दो लेखपालों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपालों को पकड़ने की खबर से तहसील में हड़कंप मच गया। आरोपियों ने एंटी करप्शन टीम से अपने आप को छुड़ाने के लिए काफी कोशिश की, लेकिन असफल रहे। टीम दोनों को अपने साथ लेकर जीयनपुर कोतवाली गई।
घटना के सम्बन्ध में बताया गया है कि आजमगढ़ जनपद के महराजगंज थाना क्षेत्र के देवारा जदीद गांव निवासी चंदा पत्नी प्रमोद ने अपनी भूमि की पैमाइश के लिए तहसील पर आवेदन दिया था। आरोप है कि भूमि की पैमाइश के नाम पर लेखपाल यादवेंद्र यादव द्वारा उससे पांच हजार रुपये की मांग की गई थी। एक जागरूक नागरिक के तौर पर चंदा ने एंटी करप्शन टीम वाराणसी से इसकी शिकायत की। शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम जिले में आ धमकी। इस दौरान उन्होंने स्थानीय टीम के साथ संपर्क कर अपने रणनीति को अंतिम रूप दिया। अपनी बनाई रणनीति के साथ टीम सगड़ी तहसील पहुंची। उनकी उपस्थिति में शिकायतकर्ता ने लेखपाल यादवेंद्र यादव को पैसे दिए। पैसा देते समय वह जमीन पर गिर गया। पैसे को नीचे गिरते देख आरोपी लेखपाल के साथ मौजूद दूसरा लेखपाल रामायन भारद्वाज ने पैसा जमीन से उठा लिया। उसके ऐसा करते ही पहले से तैयार बैठी एंटी करप्शन टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। लेखपालों को रिश्वत लेते पकड़े जाने की जानकारी होते ही पूरे तहसील परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में करप्शन टीम ने दोनों लेखपालों को अपने वाहनों में बैठा कर जीयनपुर कोतवाली लेकर चली गई। उनके जाने के बाद तहसील के अन्य लेखपाल भी कोतवाली पहुंच गए और पकड़े गए लेखपाल रामायन भारद्वाज को निर्दोष बताते हुए उसे छोड़ने की मांग करने लगे। एंटी करप्शन टीम ने जीयनपुर कोतवाली में आवश्यक लिखा पढ़ी के बाद उक्त दोनों को लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई। बता दें कि पिछले सप्ताह भी आजमगढ़ जनपद में एक लेखपाल को रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा था।